हिमाचल का बहुत सुंदर हिल स्टेशन जिसको देखने आते है बहुत टुरिस्ट, भारत का आखिरी गांव नाम से है फेमस
पर्यटन मंत्रालय ने इस वर्ष भारत का सर्वश्रेष्ठ 'पर्यटन गांव' हिमाचल प्रदेश के आदिवासी जिले किन्नौर का चितकुल गांव चुना है। रविवार को अधिकारियों ने यह सूचना दी। केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने शनिवार को नयी दिल्ली में कल्पा के उपमंडलीय मजिस्ट्रेट मेजर शशांक गुप्ता को पुरस्कार दिया, यहां जारी एक बयान में कहा गया।
चितकुल लगभग 11,319 फुट की ऊंचाई पर भारत-तिब्बत सीमा के पास किन्नौर घाटी में है। गांव की सुंदरता को पृष्ठभूमि में किन्नेर कैलाश पर्वत, बस्पा नदी और बर्फ से ढके पहाड़ों ने और बढ़ा दिया है। चितकुल अक्सर पर्वतारोहियों और पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थान बन जाता है।
बयान में कहा गया है कि "सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव-2023" पुरस्कार के लिए प्राकृतिक और सांस्कृतिक संसाधन, आर्थिक स्थिरता, पर्यावरण स्थिरता, शासन, स्वास्थ्य, सुरक्षा और सामाजिक स्थिरता के मापदंडों का मूल्यांकन किया गया था।
चितकुल अपनी मनमोहक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। इस गांव में ऑर्किड, पहाड़, बड़े-बड़े चट्टानें, नदियां, जंगल और घास का क्षेत्र है। चितकुल गांव में घूम सकते हैं। यह गांव वन्यजीवों का अभ्यारण्य है और प्रकृति की सैर करने के लिए एक बेहतरीन स्थान है।
चितकुल में लगभग 600 से अधिक स्थानीय लोग रहते हैं, जो पर्यटकों को बहुत प्यार करते हैं। चितकुल की यात्रा करते समय आप रकछम गांव भी देखेंगे, जो आमतौर पर राज्य का आदर्श गांव है। नदी के किनारे बसे इस गांव में सेब के कई बगीचे हैं।
शिमला से चितकुल गांव 7.5 घंटे की दूरी पर है। मई और अक्टूबर में चितकुल जाना सबसे अच्छा है। अगर आप यहां यात्रा कर रहे हैं, तो कम से कम एक दिन रुकें। अक्टूबर से फरवरी तक भारी बर्फबारी के कारण गांव छह महीने बंद रहता है।