home page

UP में चुनाव के वक्त उम्मीदवार ने रशियन डांस का किया इंतज़ाम, डांस और दारू को देख बेवडों ने बदल दिया पूरा गेम

अखंड प्रताप सिंह/ कानपुर. उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव की सरगर्मी जोरों शोरों के साथ देखने को मिल रही है. कानपुर में भी सभी प्रत्याशी और दल दमखम के साथ चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं .बड़े राजनीतिक दलों के साथ निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं.

 | 
UP में चुनाव के वक्त उम्मीदवार ने रशियन डांस का किया इंतज़ाम
   

अखंड प्रताप सिंह/ कानपुर. उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव की सरगर्मी जोरों शोरों के साथ देखने को मिल रही है. कानपुर में भी सभी प्रत्याशी और दल दमखम के साथ चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं .बड़े राजनीतिक दलों के साथ निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं.

वोटरों को रिझाने के लिए कानपुर में एक प्रत्याशी के नाम का लेटर वायरल हो रहा है. इसके साथ ही, एक रशियन डांस का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है. दावा किया जा रहा है यह वीडियो वोटरों को लुभाने के लिए प्रत्याशी द्वारा किए गए कार्यक्रम का है.

ये भी पढिए :- दुनिया का एक ऐसा रेस्टोरेंट जिसमें सारे कपड़ें उतारने के बाद मिलती है एंट्री, मोटे लोगों को तो दूर से कर देते है मना

कानपुर के वार्ड 30 से निर्दलीय प्रत्याशी संजय दुबे कानपुर के काकादेव के रहने वाले हैं. उनके नाम का एक लेटर सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है. रिटर्निंग ऑफिसर के सामने उनके द्वारा एक परमिशन मांगी गई है, जिसमें उन्होंने लिखा है “मतदाताओं को लुभाने के लिए रशियन डांस आयोजित करना चाह रहे हैं. इसके साथ भी शराब की व्यवस्था करना चाह रहे हैं. प्रार्थी को अनुमति प्रदान करने की कृपा करें.” लेटर 1 मई का है.

क्या वाकई चुनाव से जुड़ा है मामला?

इस मामले पर प्रत्याशी का कहना है कि उन्हें इस लेटर के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने ऐसी कोई परमिशन न तो मांगी है, न ही कोई कार्यक्रम आयोजित कराया है. इधर, इस मामले को देखते हुए कानपुर के स्वरूपनगर एसीपी बृज नारायण सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो और लेटर की जांच कराई जा रही है.

ये भी पढिए :- 1943 में 5वीं कक्षा का कुछ ऐसा दिखता था प्रश्न पत्र, आजकल के छात्र सवाल देखते ही खड़े कर देंगे हाथ

मामला संज्ञान में लिया गया है. जांच कराई जा रही है कि वीडियो कहां का है. अगर यह वीडियो चुनाव से संबंधित पाया जाता है तो चुनाव आयोग में शिकायत की जाएगी. इसके साथ ही आयोजित करने वालों के ऊपर भी कार्रवाई की जाएगी.