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कभी सोचा कि सभी कुएं गोलाकार ही क्यों बनाए जाते है, जाने इसके पीछे की असली वजह

दुनिया में कई चीजें ऐसी होती हैं जिनके बारे में हम अक्सर सोचते हैं कि वे ऐसी क्यों होती हैं। उदाहरण के लिए पृथ्वी और चांद का गोल होना। इनका गोल होना भौतिकी के नियमों का परिणाम है जैसे कि गुरुत्वाकर्षण जो समान रूप से सभी दिशाओं में बल लगाता है इसलिए ये गोल आकार लेते हैं।
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दुनिया में कई चीजें ऐसी होती हैं जिनके बारे में हम अक्सर सोचते हैं कि वे ऐसी क्यों होती हैं। उदाहरण के लिए पृथ्वी और चांद का गोल होना। इनका गोल होना भौतिकी के नियमों का परिणाम है जैसे कि गुरुत्वाकर्षण जो समान रूप से सभी दिशाओं में बल लगाता है इसलिए ये गोल आकार लेते हैं।

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कुएँ क्यों होते हैं गोल?

अब जब हम बात करते हैं मानव निर्मित संरचनाओं की जैसे कि कुआँ तो उनके गोल होने के पीछे भी विशेष कारण होते हैं। कुएं का निर्माण जब किया जाता है तो उसे गोलाकार गड्ढा बनाकर किया जाता है क्योंकि यह शेप खोदने में आसान होता है और इसे बनाए रखना भी सरल होता है। गोल आकार में खुदाई करने से गड्ढे की दीवारों पर अधिक समान दबाव पड़ता है जो इसे अधिक मजबूती मिलती है।

गोलाकार कुओं की भौतिकी

जब कुआँ गोल होता है तो पानी का दबाव दीवारों पर समान रूप से वितरित होता है जिससे उसके ढहने की संभावना कम हो जाती है। अगर कुआँ चौकोर या अन्य आकार का होत  तो कोनों पर असमान दबाव पड़ने की संभावना होती जिससे दीवारें कमजोर पड़ सकती थीं और ढह सकती थीं।

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लिक्विड भरने के लिए बर्तन भी होते हैं गोल

इसी तरह, घरों में पानी भरने के बर्तनों को भी गोल आकार में बनाया जाता है क्योंकि गोल आकार में लिक्विड का भंडारण करना ज्यादा व्यावहारिक और सुरक्षित होता है। गोल बर्तनों में लिक्विड की सतह समान रूप से फैलती है और कोनों में संचित होने का कोई जोखिम नहीं होता, जिससे ये अधिक टिकाऊ और प्रभावी होते हैं।