Haryana ka Mosam: हरियाणा के मौसम में हुआ बड़ा बदलाव, जाने बारिश को लेकर मौसम विभाग का ताजा अपडेट
हरियाणा में पिछले कुछ दिनों से मानसून की गतिविधि धीमी पड़ गई थी, लेकिन मौसम का मिजाज एक बार फिर से बदल गया है। वर्तमान मानसून सीजन में इस साल के सबसे लंबे सूखे दौर के बाद अब मानसून में नए सिरे से सक्रियता के आसार बन रहे हैं।
वीरवार को राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश की शुरुआत से इसकी स्पष्ट झलक दिखाई दी। दक्षिण व दक्षिण पूर्व हरियाणा और पश्चिम व दक्षिण पश्चिम हरियाणा के कई क्षेत्रों में बादल बरसने से लोगों को राहत मिली है।
अब कैसा रहेगा मौसम
सितंबर में मानसून की आंशिक सक्रियता के बावजूद राज्य में अगले दो सप्ताह तक बारिश का स्तर सामान्य से कम ही होने की उम्मीद है। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार राज्य में अगले दो सप्ताह तक अधिकतम तापमान स्तर सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है। जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब बना रहने की संभावना है।
13 सितंबर से बारिश की संभावना
हरियाणा में मुख्य रूप से बहादुरगढ़, नारनौल, अटेली, महेंद्रगढ़, कनीना, बावल, रेवाड़ी, नूंह, पलवल, तावडू, बल्लभगढ़, गुरुग्राम, नांगल चौधरी, भद्रा, लोहारु और चरखी दादरी में मौसम ने करवट ली।
पटौदी, कोसली, फरीदाबाद, जगाधरी, छछरौली आदि स्थानों में आकाशीय बिजली के साथ तेज हवा चलने की संभवना बनी हुई है। लेकिन मौसम पूर्वानुमानों के मुताबिक यह सिलसिला जल्द ही समाप्त होने के बाद राज्य में 13 सितंबर से एक बार फिर से बारिश की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है।
क्यों बदला मौसम का मिजाज
वर्तमान मौसमी प्रणाली के तहत बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हवा का एक क्षेत्र बनकर मध्य भारत की तरफ आ गया है। मानसून एक्सिस भी पहाड़ों की गोद से उतरकर मैदानी क्षेत्रों की तरफ आ चुकी है। इसी के प्रभाव से दक्षिण हरियाणा सहित उत्तर-पूर्व व पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई दिन बाद कुछ स्थानों मे हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखी गई हैं।
राज्य में कुछ जगह ये गतिविधियां सीमित तौर पर फिलहाल जारी रहेंगी। इसके तहत कुछ जगह गरज के साथ बिखरी हुई हल्की बारिश गतिविधियां होने की उम्मीद हैं।
गिरेंगी तेज बौछारें
एक-दो जगहों पर तेज बौछारें भी गिर सकती है। अन्य जिलों में बारिश की विशेष संभावना नहीं है। मौसम में आंशिक बादलाव के साथ मौसम उमस भरी गर्मी वाला ही रहेगा। इस बीच वीरवार को राज्य में सर्वाधिक 39.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
सामान्य बारिश स्तर में 97 प्रतिशत गिरावट
मौसम पूर्वानुमान के अनुरूप प्रदेश में सितंबर का पहला सप्ताह बारिश की गतिविधियों के लिहाज से सूखा गुजरा। मौसम विज्ञान केंद्र की साप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार एक से सात सितंबर की अवधि में राज्य के बारिश के स्तर में भारी कमी दर्ज की गई। पूरे राज्य में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहा। जबकि अधिकतम तापमान सामान्य श्रेणी में आंका गया।
इस सप्ताह हुई 0.8 एमएम बारिश
पूरे राज्य में इस सप्ताह महज 0.8 एमएम बारिश हुई, जो इस अवधि के सामान्य बारिश स्तर 28.5 एमएम की तुलना में 97 प्रतिशत की भारी गिरावट है। वहीं, मानसून सीजन के तहत एक जून से सात सितंबर तक राज्य में 378.8 एमएम बारिश हुई, जो इस अवधि के सामान्य वर्षा स्तर 382 एमएम की तुलना में लगभग एक प्रतिशत कम है।
18 जिलों में सौ प्रतिशत गिरावट
सितंबर के पहले सप्ताह राज्य के 18 जिलों में लगभग सूखे की स्थिति देखी गई। कुरुक्षेत्र, मेवात, पलवल व यमुनानगर को छोड़ दें तो राज्य के अन्य सभी जिलों में इस अवधि के सामान्य बारिश के स्तर में पूरे सौ प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
जबकि कुरुक्षेत्र में लगभग 97 प्रतिशत, मेवात में 70 प्रतिशत, पलवल में 95 प्रतिशत और यमुनानगर में 90 प्रतिशत गिरावट के साथ बारिश की गतिविधियों में बड़ी गिरावट देखी गई।