एक कार की बिक्री होने पर शोरूम मालिक को कितनी होती है कमाई, 20 लाख की गाड़ी पर हुई कमाई को देख दिमाग़ का हो जाएगा दही
जब आप कार खरीदने के लिए बाज़ार में होते हैं, तो आप आमतौर पर कार की कीमत के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए कई शोरूम में जाते हैं। अलग-अलग शोरूम में एक ही कार की कीमत में भिन्नता मिलना कोई असामान्य बात नहीं है।
इन कीमतों में अंतर को शोरूम के स्थान सहित विभिन्न कारकों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। उदाहरण के लिए, दिल्ली के किसी शोरूम में कार की कीमत मुंबई, बेंगलुरु या किसी अन्य शहर के शोरूम की कीमत के समान नहीं हो सकती है।
हालाँकि, क्या आपने कभी सोचा है कि शोरूम मालिक प्रत्येक कार बिक्री पर कितना लाभ कमाते हैं? यदि यह प्रश्न आपके मन में आया है, तो आपको इसकी जानकारी आज हम बताने जा रहे हैं।
कार की असल कीमत होती है कम
आपकी की जानकारी के लिए बता दें कि जब भी आप किसी दुकान से कोई सामान खरीदने जाते है तो उसकी असली कीमत बहुत कम होती है। उसकी कीमत तब अधिक हो जाती है, जब रिटेलर उसमे अपना खर्च जोड़ देता है।
ठीक इसी प्रकार एक कार की असली कीमत कम होती है लेकिन एक्स-शोरूम कीमत हमेशा अधिक होती है। जब कोई कार ऑन रोड खरीदी जाती है, तो उसका मूल्य अधिक हो जाता है।
शोरूम मालिक को मिलता है कितना मार्जिन
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर एसोसिएशन (FADA) ने एक सर्वे में बताया कि भारत में दूसरे देशों के मुकाबले डीलर मार्जिन कम है। भारत में कार शोरूम डीलरों को एक गाड़ी बेचने पर 5 प्रतिशत से भी कम मार्जिन दिया जाता है। एक कार की बिक्री पर डीलर को लगभग 5% का लाभ मिलता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये मार्जिन एक्स-शोरूम कीमत के अनुसार दिया जाता है। FADA के सर्वे के अनुसार, डीलरों को 2.9% से 7.49% तक का मार्जिन दिया जाता है। लेकिन ये कार की कंपनी और रीजन पर भी निर्भर करता है।
ये कंपनियां देती हैं सबसे ज्यादा मार्जिन
FADA की रिपोर्ट बताती है कि मारुति और एमजी मोटर्स देश में डीलर्स को सबसे अधिक मार्जिन देते हैं। इन दोनों कंपनियों ने डीलर्स को पांच या उससे अधिक का मार्जिन दिया है। जबकि दूसरी कंपनियों का मार्जिन इन दोनों कंपनियों से बहुत कम होता है।
टैक्स लगने के बाद महंगी होती है कार
GST, रोड टैक्स और कई अन्य टैक्स एक कार खरीदने पर कंज्यूमर को देने पड़ते हैं। साथ ही, ये टैक्स हर सेगमेंट की कार पर अलग-अलग हो सकते हैं। 1500CC से कम वाली कारों पर 28% जीएसटी और 17% सेस लागू होता है। इनके साथ ही रोड टैक्स भी वसूला जाता है। कुल मिलाकर, टैक्स काफी अधिक लिया जाता है, जिससे कार की कीमत शोरूम में अधिक होती है।