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पति पत्नी ने लाखों की नौकरी को छोड़कर शुरू किया खुद का बिजनेस, अब 8 हजार करोड़ की कंपनी का मालिक बन चुका है ये कपल

फाल्गुनी नायर, विनीता सिंह, ईशा अंबानी, जयंती चौधरी ऐसी महिलाओं की लिस्ट लंबी है। फैशन से लेकर तकनीक तक लगभग हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी जगह बनाई है। उपासना टाकू भी सफल कारोबारी महिलाओं में से एक है।
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Upasana Taku Mobikwik success
   

फाल्गुनी नायर, विनीता सिंह, ईशा अंबानी, जयंती चौधरी ऐसी महिलाओं की लिस्ट लंबी है। फैशन से लेकर तकनीक तक लगभग हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी जगह बनाई है। उपासना टाकू भी सफल कारोबारी महिलाओं में से एक है।

उपासना उन गिनी-चुनी महिला उद्यमियों में से एक हैं, जो फिनटेक मार्केट का नेतृत्व करती हैं। वह मोबिक्‍विक की सीईओ हैं। इस कंपनी की शुरुआत उन्‍होंने अपने पति के साथ की थी। उपासना ने इंजीनियरिंग की हुई है।

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यह डिग्री उन्‍होंने पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी से हासिल की। फिर उपासना ने स्‍टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट साइंस और इंजीनियरिंग में पीएचडी किया। वह लाखों लाख महिलाओं की प्रेरणा हैं।

संबंध‍ित फील्‍ड में क‍िया काम

उपासना ने 17 वर्ष से अधिक समय तक संबंधित क्षेत्रों में काम किया। अपना खुद का कारोबार शुरू करने से पहले उन्होंने अमेरिकी पेमेंट फर्म पेपाल के लिए प्रोडक्‍ट मैनेजर के पद पर काम किया।

उन्होंने एचएसबीसी में भी नौकरी की। वह पहले अमेरिका में रहती थीं। लेकिन, 2008 में अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए भारत वापस आ गईं।

बिजनस के ल‍िए भारत में दिखा अवसर

फोर्ब्स के साथ एक इंटरव्‍यू में उपासना ने कहा था कि भारत में समस्याओं की तुलना में अवसर अधिक हैं। यह इन दोनों चीजों से भरा पड़ा है। वह जिस तरह का बिजनस करना चाहती थीं भारत उसके लिए सबसे शानदार था। उनके परिवार ने भारत लौटने के उनके प्‍लान का विरोध किया था। उन्हें लगता था कि यह बहुत जोखिम भरा कदम होगा।

एनजीओ के लिए किया काम

उस समय, उपासना के माता-पिता अफ्रीका में रहते थे। पिता इरिट्रिया में अस्मारा विश्वविद्यालय में फिजिक्‍स के प्रोफेसर थे। मां म्‍यूजिशियन। वे 2009 में भारत वापस लौट आए। उन्होंने पेपाल की नौकरी छोड़ दी थी। वह अपने कारोबार के सपने को आगे बढ़ाने के लिए कुछ करना चाहती थीं।

उपासना हर सुख-सुविधा का आनंद ले चुकी थीं। उनके पास एक बड़ा घर, कार और बहुत कुछ था। वापस लौटकर उन्‍होंने बिहार और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले माइक्रोफाइनेंस एनजीओ दृष्टि के लिए काम करने लगे।

2008 में हुई थी बिपिन से मुलाकात

पहली बार उपासना अपने पति बिपिन प्रीत सिंह से 2008 में एक प्‍ले देखने के दौरान मिली थीं। उनकी शादी 2011 में हुई थी। 2008 में मोबिक्विक के सह-संस्थापक सिंह ने प्‍लेटफॉर्म के लिए कॉन्‍सेप्‍ट विकसित किया था। बिपिन दुखी थे।

लेकिन, वह अपनी नौकरी नहीं छोड़ सकते थे। उन पर अपने परिवार के भरण-पोषण की जिम्‍मेदारी थी। उपासना ने उन्हें अपनी नौकरी छोड़ने और स्टार्टअप शुरू करने की ताकत दी। दोनों ने 2009 में बिजनस शुरू किया था।

बना डाली करोड़ों की कंपनी

MobiKwik की सह-संस्थापक उपासना टाकू दावा करती है कि कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2022-2023 की तीसरी तिमाही में लाभ कमाना शुरू कर दिया है।

कंपनी के चालू वर्ष के लक्ष्यों में राजस्व दोगुना करना और पूरे साल की प्रॉफिटेबिलिटी हासिल करना शामिल है।फिनटेक इंडस्‍ट्री में आज MobiKwik जाना पहचाना नाम है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह कंपनी 8,000 करोड़ रुपये की है।