पढ़ाई के बाद नही मिला रोजगार तो यूट्यूब ने बदली शख्स की जिंदगी, तंगहाली की जिंदगी से बना दिया करोड़पति
यूट्यूब ने न केवल ज्ञान और मनोरंजन का साधन बन कर उभरा है बल्कि कई लोगों के लिए यह जीवन बदलने वाला मंच भी रहा है। रायबरेली के रमेश कुमार की कहानी इसका एक जीवंत उदाहरण है। रमेश कुमार की कहानी यह बताती है कि कैसे एक छोटा सा विचार जीवन को नई दिशा दे सकता है।
कैसे सोशल मीडिया विशेषकर यूट्यूब ज्ञान और विचारों का एक अनमोल खजाना हो सकता है जो व्यक्तिगत और सामाजिक परिवर्तन को आकार दे सकता है।
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गरीबी से उभरने का माध्यम
रमेश कुमार का बचपन गरीबी में गुजरा लेकिन उनकी इच्छाशक्ति और जिज्ञासा ने उन्हें कभी हारने नहीं दिया। उच्च शिक्षा की कमी के बावजूद रमेश ने जीवन में कुछ बड़ा करने का संकल्प लिया। सोशल मीडिया खासकर यूट्यूब के माध्यम से उन्हें अपनी रुचि और क्षमताओं का पता चला।
खेती की नई तकनीक
रमेश ने यूट्यूब पर बागवानी और सतत खेती के तरीके देखे। इससे प्रेरित होकर उन्होंने अपनी पैतृक जमीन पर खरबूजे और भिंडी की खेती शुरू की जो कि पारंपरिक धान और गेहूं की खेती से अलग थी। इस पहल ने न केवल उनकी आय में वृद्धि की बल्कि उन्हें एक नया व्यवसायिक दृष्टिकोण भी प्रदान किया।
नए आयाम
रमेश कुमार ने बताया कि उनकी सफलता में यूट्यूब का बड़ा योगदान है। उन्होंने न केवल खेती के नए तरीके सीखे बल्कि उन्होंने यह भी सीखा कि कैसे एक छोटी सी जगह पर अधिकतम उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। उनकी इस पहल ने उन्हें न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है बल्कि अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गया है।
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समाज में परिवर्तन की लहर
रमेश कुमार की सफलता ने उनके समुदाय में भी एक नई सोच को जन्म दिया है। अब और भी कई युवा उनकी देखादेखी नए और सतत खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं। जिससे न केवल उनकी आय में वृद्धि हो रही है बल्कि वे पर्यावरण के प्रति भी जागरूक हो रहे हैं।