इस देश में होटल में काम करने वाली लड़कियाँ अपने कस्टमर को निकालती है गालियाँ, फेंक देती है खाना फिर भी लगती है तगड़ी भीड़
हम जापान के मेड कैफेज़ की बात कर रहे हैं। यह कैफे खास है क्योंकि वेट्रेस नौकरानियों की तरह तैयार होती हैं (वेट्रेस को नौकरानी की तरह पहनाकर खाना देती हैं)। Jobsinjapan.com वेबसाइट ने बताया कि पहला मेड कैफे 2001 में टोक्यो के अकिहाबारा में खुला था, और फिर यह विचार पूरी दुनिया में फैल गया। फ्रेंच नौकरानियों की तरह इन कैफे की वेट्रेस शानदार कपड़े पहनती हैं।
जिन लोगों को जापानी कार्टून एनमी बहुत पसंद है, वे ऐसे रेस्टोरेंट्स में आते हैं। वेट्रेस इसमें बहुत बुरा व्यवहार करती है। ग्राहकों को गाली देती हैं और उन्हें मेन्यू कार्ड देती हैं। वेट्रेस को बुराभाल कहती है अगर कोई ग्राहक बार-बार इन्हें फोन करता है। यहां एक नियम है कि उपभोक्ता वहां की वेट्रेस को छू नहीं सकते और उनकी फोटो नहीं खींच सकते। फोटो खींचने के लिए सिर्फ पांच डॉलर देकर पोलरॉइड शॉट मिलेगा।
डेली स्टार न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार सिंगापुर मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी में डायजूबा कैफे में, सुंडियर कैफे (Tsundere Cafe) इवेंट होने वाला था. आपको बता दें कि सुंडियर कैफे का कॉन्सेप्ट भी जापान से ही जुड़ा हुआ है. ये मेड कैफे के ही प्रकार होते हैं बस जैसे हमने ऊपर बताया कि ये उसी प्रकार के कैफे होते हैं जिसमें मेड बदतमीजी से बातें करती हैं. सुंडियर का मतलब ही ये होता है कि कोई शुरू में गुस्सैल नजर आए पर बाद में उसके अंदर का कोमल दिल दिखाई दे. 26 अगस्त को होने वाले इस इवेंट को इसी वजह से कैंसिल कर दिया गया क्योंकि इसमें काफी बदतमीजी होती थी और ग्राहकों से कई बार गलत काम करवाए जाते थे.
डेली स्टार न्यूज वेबसाइट ने बताया कि सिंगापुर मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी के डायजूबा कैफे में एक समारोह होने वाला था। आपको बता दें कि सुंडियर कैफे का विचार भी जापान से संबंधित है। जैसा कि पहले बताया गया है, ये मेड कैफे की तरह हैं, जहां मेड बदतमीजी से बातें करती हैं। सुंडियर का अर्थ ही है कि कोई शुरू में क्रोधित नजर आता है लेकिन बाद में उसके अंदर प्यार का भाव होता है। 26 अगस्त को होने वाले इवेंट को इसी वजह से कैंसिल कर दिया गया क्योंकि इसमें काफी बदतमीजी हुई थी और ग्राहकों को बार-बार धोखा दिया गया था।