भारत के इस राज्य में शराब पीने के मामले में लड़कों से भी आगे है लड़कियां, दो पैग लगाकर करती है दिन की शुरूआत
यह एक पुराना मिथक है कि महिलाएं शराब नहीं पीतीं या यदि पीती भी हैं तो बहुत कम मात्रा में पीती हैं। लेकिन समय के साथ यह धारणा बदल रही है। आज के दौर में महिलाएं कई क्षेत्रों में पुरुषों को टक्कर दे रही हैं और शराब पीने के मामले में भी उन्होंने अपनी रिकार्ड दर्ज कराया है।
यह एक पुराना मिथक है कि महिलाएं शराब नहीं पीतीं या यदि पीती भी हैं तो बहुत कम मात्रा में पीती हैं। लेकिन समय के साथ यह धारणा बदल रही है। आज के दौर में महिलाएं कई क्षेत्रों में पुरुषों को टक्कर दे रही हैं और शराब पीने के मामले में भी उन्होंने अपनी रिकार्ड दर्ज कराया है।
अरुणाचल प्रदेश
केंद्र सरकार के नेशनल फैमिली एंड हेल्थ सर्वे (NFHS-5) के अनुसार अरुणाचल प्रदेश में महिलाओं में शराब पीने की इच्छा सबसे अधिक पाई गई है। यहां की 24% महिलाएं शराब का सेवन करती हैं जो कि एक आश्चर्यजनक आंकड़ा है।
भारतीय महिलाएं और शराब
भारत में शराब पीने वाली महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। NFHS-5 के अनुसार भारत में 15 वर्ष से अधिक उम्र की लगभग 1.03% महिलाएं शराब का सेवन करती हैं जिसमें ग्रामीण इलाकों से 1.6% और शहरी इलाकों से 0.6% महिलाएं शामिल हैं। सिक्किम में यह प्रतिशत दूसरा सबसे उच्च है जहां 16% महिलाएं शराब पीती हैं।
पिछले और अब के आंकड़े
2019 में केंद्रीय राज्य मंत्री रत्नलाल कटारिया ने बताया था कि भारत में लगभग 1.50 करोड़ महिलाएं नशे की लत की शिकार हैं। इस आंकड़े से यह स्पष्ट होता है कि शराब पीने वाली महिलाओं की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।
समाज और महिलाएं
यह आंकड़े न केवल समाज में महिलाओं के बदलते रोल को दर्शाते हैं बल्कि यह भी संकेत देते हैं कि महिलाएं अब परंपरागत बंधनों से मुक्त होकर अपने निर्णयों में स्वतंत्र हो रही हैं। हालांकि यह जरूरी है कि शराब सेवन के स्वास्थ्य प्रभावों पर भी ध्यान दिया जाए ताकि यह स्वतंत्रता उनके स्वास्थ्य को प्रभावित न करे।