home page

Mugal Harem: मुगल हरम में बादशाह को खुश करने के लिए कुंवारी लड़कियां पार कर देती थी सारी हदें, सुबह तक लड़कियों में नही रहती थी चलने तक की हिम्मत

मुगल साम्राज्य में हरम शब्द बहुत चर्चा में था। हिंदुस्तानी हो या विदेशी, हर कोई इसे जानना चाहता है।
 | 
=1C1ONGR_enIN1001IN1001&q=Mugal+Harem
   

मुगल साम्राज्य में हरम शब्द बहुत चर्चा में था। हिंदुस्तानी हो या विदेशी, हर कोई इसे जानना चाहता है। विदेशी यात्री मनूची ने हरम के कई रहस्यों को खोला। हरम की दुनिया में राजा को खुश करने वाली स्त्रियाँ कैसे जीतीं? इस रहस्यमयी दुनिया का दौरा करो।

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

हरम: एक उपयुक्त शब्द

अरबी शब्द "हरम" का अर्थ है 'पवित्र' या 'निषिद्ध'। यह मुगल साम्राज्य की स्थापना करने वाले बाबर के शासनकाल का है। बाबर के कम समय के कारण हरम का ऐतिहासिक विवरण बहुत कम है। Harem को उसके पोते अकबर ने बनाया था। अकबर ने हरम व्यवस्था को और अधिक व्यापक बनाया।

हरम में जीवन

हरम में महिलाओं के कई समूह थे। इसमें शाही परिवार की महिलाएँ, राजा की रखैलें, उसकी सेवा करने वाली और हरम की देखभाल करने वाली महिलाएँ शामिल थीं। हरम की चमक को बढ़ाने के लिए महिलाओं को विभिन्न तरीकों से हरम तक पहुंचाया जाता था। उदाहरण के लिए, एक मुगल बादशाह की प्रेमिका को हरम का हिस्सा मिलता था। कुछ महिलाओं को बाज़ार से खरीदा गया था, जबकि कुछ को विदेशी राजाओं से लाया गया था। सम्राट को अन्य राजाओं से कुछ महिलाएँ भी मिली थीं।

राजा के बिस्तर तक कौन पहुंचेगा?

विभिन्न परिस्थितियों ने बताया कि सम्राट को हरम में कौन सी कनीज़ मिलेगी। उसे सुंदर होने के साथ-साथ नृत्य करने में भी माहिर होना था। एक महिला के आकर्षण और सुंदरता से राजा को आकर्षित होना ही था। हरम की महिलाओं ने संगीत, नृत्य और कला को बचाने का अभ्यास किया। राजा उनकी सामरिक क्षमता, सौंदर्य और कला के आधार पर उन्हें अपने बिस्तर पर ले जाता था।

हरम में जीवन

हरम की शाही परिवार की महिलाएँ बहुत सतर्क थीं। उन्हें हर दिन नए कपड़े पहनाए जाते थे, जो वे केवल एक बार पहनते थे और फिर हरम की नौकरानियों को देते थे। महिलाएं जो शाही परिवार में जन्मी थीं, वे शाही और खुश रहती थीं। वे दिन भर सैनिकों की सेवा करते रहे और रात में आतिशबाजी करते रहे। वह कविता सत्र और कहानी सुनाने में व्यस्त थीं। उनका एक विशेष शौक था ग़ज़ल सुनना और तीरंदाज़ी करना।

नजरबंद होने के बाद हराम की दुनिया

हरम में आने पर एक महिला बाहरी दुनिया से बाहर निकल गई। उनके बाहर निकलना विशेष रूप से प्रतिबंधित था। उन्हें भी बाहरी लोगों से दूर रहने की सलाह दी गई। इस नियम का बिल्कुल पालन करना था।

राजा हरम में केवल उसके साथ समय बिताता था। सम्राट के पसंदीदा होने पर उनकी शक्ति बढ़ी। दासों को उनकी सेवा करने से साम्राज्य में उनकी गरिमा बढ़ी।

अविस्मरणीय जीवन: मुगल हरम की छवि

मुगल हरम की दुनिया आज भी हमें याद है। हरम में रहने वाली महिलाएँ सामरिक कौशल, कला और सुंदरता के आधार पर सम्राट के पास आती थीं। उनका जीवन राजसी और खुशियों से भरा हुआ था। उन्हें हर दिन नवीन कपड़े, आभूषण और सुंदर कपड़े पहनने का सौभाग्य था। उसने शाही साम्राज्य की सुंदरता और संपत्ति के बीच आनंद लिया।

यही कारण है कि मुगल हरम के बारे में आज भी हमें बहुत से लेख, कहानियां और गीत प्रभावित करते हैं। हमें हरम की महिलाओं की सुंदरता और चमक का सम्मान करना चाहिए और उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को समझना चाहिए।