गुरुग्राम की इस दुकान के जायके के 75 सालों से दीवाने है लोग, भारत ही नही बल्कि दूसरे देशों में भी स्वाद की होती है तारीफ
गुरुग्राम का नाम सुनते ही जहां एक ओर बड़ी-बड़ी इमारतें और लंबे जाम की तस्वीरें ज़हन में आती हैं वहीं इस शहर की एक और खासियत है जो हर एक समस्या और लग्जरी को पीछे छोड़ देती है - उसका स्ट्रीट फूड। दिल्ली के खाने की चर्चाओं के बीच गुरुग्राम का स्ट्रीट फूड भी कम नहीं है और आज हम आपको गुरुग्राम की उन गलियों में चलेंगे जहाँ खाने की ऐसी विविधताएँ मिलती हैं जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रसिद्ध हैं।
सरदार जलेबी वाला
सदर बाजार के चहल-पहल में एक दुकान है जो अपनी कुरकुरी जलेबियों के लिए विख्यात है। 'सरदार जलेबी वाला' जिसे 1947 में जगमोहन सिंह ने शुरू किया था आज भी गुरुग्राम में अपनी विशेष पहचान बनाए हुए है। यहाँ की जलेबियां इतनी प्रसिद्ध हैं कि इनकी चर्चा पाकिस्तान तक में होती है। जलेबी के साथ गरम दूध का संयोजन यहां का विशेष आकर्षण है।
रूपा टिक्की वाला
1965 से गुरुग्राम के लोग रूपा की टिक्की और गोलगप्पों का स्वाद ले रहे हैं। रूपा टिक्की वाला की दुकान पर आपको टिक्की, गोलगप्पे, और विभिन्न प्रकार की चाट मिलेगी जिसके स्वाद से आपके मुंह में पानी आ जाएगा। टिक्की को छोले के साथ परोसा जाता है जो इसके स्वाद को दोगुना कर देता है।
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गांधी जी का पकौड़ा स्टॉल
जब मीठे जलेबी के बाद कुछ नमकीन खाने का मन करे तो गांधी जी का पकौड़ा स्टॉल आदर्श जगह है। 1965 से यह स्टॉल अपने विशेष पकौड़ों के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर सोयाबीन चाप, पनीर ब्रेड पकौड़ा और अन्य विभिन्न प्रकार के पकौड़े उपलब्ध हैं जो आपकी भूख को शांत कर देंगे।
जैन कचौरी वाला
अगर आप गुरुग्राम के पुराने इलाके में हैं और कुछ स्थानीय और तीखा खाने की इच्छा है तो 'जैन कचौरी वाला' आपकी तलाश को पूरा कर सकता है। कचौरी के साथ आलू और इमली की चटनी का स्वाद आपको बार-बार यहां खींच लाएगा। यह स्थान स्वादिष्ट और किफायती कचौरी के लिए मशहूर है।