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UP के इस शहर में Ring Road बनाने को लेकर लोगों ने किया विरोध, बोले फ्री में नही देंगे अपनी जमीन

रामगढ़ताल के सुंदर किनारों से लेकर मोहद्दीपुर के व्यस्त इलाके तक एक नए रिंग रोड का प्रस्ताव चर्चा का विषय बना हुआ है। इस परियोजना के लिए जिस मार्ग का चुनाव किया गया है। उससे जुड़ी कई जमीनें महादेव झारखंडी क्षेत्र...
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ring road in Gorakhpur
   

रामगढ़ताल के सुंदर किनारों से लेकर मोहद्दीपुर के व्यस्त इलाके तक एक नए रिंग रोड का प्रस्ताव चर्चा का विषय बना हुआ है। इस परियोजना के लिए जिस मार्ग का चुनाव किया गया है। उससे जुड़ी कई जमीनें महादेव झारखंडी क्षेत्र के काश्तकारों की हैं। बुधवार को इन काश्तकारों ने जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन को ज्ञापन सौंपते हुए आरोप लगाया कि उनकी जमीन पर बिना उचित मुआवजा दिए रोड बनाया जा रहा है।

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रामगढ़ताल और मोहद्दीपुर के बीच प्रस्तावित रिंग रोड न केवल एक भौतिक निर्माण परियोजना है। बल्कि यह क्षेत्रीय विकास निवासी अधिकारों और प्रशासनिक नीतियों के बीच एक संतुलन साधने का भी प्रयास है।

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प्राधिकरण की प्रतिक्रिया

जीडीए की ओर से इस मुद्दे पर सक्रियता दिखाई दी। उपाध्यक्ष ने काश्तकारों को भरोसा दिलाया कि सभी कार्य कानून के दायरे में होंगे और किसी के हितों को प्रभावित नहीं किया जाएगा। हालांकि काश्तकारों का कहना है कि उन्हें उनकी जमीन की पैमाइश के बाद भी मुआवजा नहीं दिया गया है।

काश्तकारों की चिंताएं

काश्तकारों का मानना है कि रामगढ़ ताल के किनारे और मोहद्दीपुर के बीच प्रस्तावित रिंग रोड उनकी जमीन पर बनाई जा रही है। जिससे उनकी आजीविका और अधिकारों पर असर पड़ेगा। उनका कहना है कि वे विकास के खिलाफ नहीं हैं लेकिन उन्हें उनकी जमीन के बदले उचित मुआवजा मिलना चाहिए।

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न्यायालय का द्वार खटखटाने को तैयार

काश्तकारों ने स्पष्ट किया है कि अगर उनकी मांगों की अनदेखी की गई तो वे न्यायालय का द्वार खटखटाने को तैयार हैं। वहीं जीडीए उपाध्यक्ष ने संवाद के द्वार खुले रखने का आश्वासन दिया है।

इस पूरे मामले में स्थानीय प्रशासन और न्यायपालिका की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि काश्तकारों के अधिकारों का संरक्षण हो और विकास की दिशा में भी कदम बढ़ सकें।