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ऐसा मुग़ल बादशाह जिसने अपनी सगी बहन, बेटी और मां तक के साथ रखा जिस्मानी संबंध, खुद के स्वार्थ के लिए अपनी बेटी को पूरी उम्र रखा कुंवारी

यूं भारत को सोना की चिंड़िया नहीं कहते हैं, जिसे लूटने के लिए आए दिन युद्ध भी पहले खूब देखने को मिलते थे। जब बात भारत के इतिहास की आती है तो मुगल शासन का जिक्र ना आए ऐसा तो हो ही नहीं सकता है।

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mughal emperor physical relations
   

यूं भारत को सोना की चिंड़िया नहीं कहते हैं, जिसे लूटने के लिए आए दिन युद्ध भी पहले खूब देखने को मिलते थे। जब बात भारत के इतिहास की आती है तो मुगल शासन का जिक्र ना आए ऐसा तो हो ही नहीं सकता है।

मुगलों का राज किसी से छुपा नहीं है, लोगों की सहायता करने से लेकर सताने तक के किस्ते खूब सुने जाते हैं। मुगल इतिहास लोगों के विकास तक ही सीमित नहीं रहा, इसमें हत्या अय्याशी, बाप और भाई की हत्या व मां-बहनों के साथ शारीरिक संबंध बनाने की बहुत कहानियां हैं।

मुगल शासन में बेटियों और मां के साथ हैवानियत करने से परहेज नहीं किया जाता था। ज्यादातर लोग अपने ही सगे संबंधों में अपनी बेटियों और बहनों की शादियां करना पसंद करते थे।

हम बात एक बादशाह की नहीं कर करे ऐसी लिस्ट काफी लंबी है

अफीम के नशे में चकनाचूर हुमायूं हो या फिर अपनी सगी बेटी के साथ सबंध करने वाला शाहजहां हो या अपनी बहन से शारीरिक संबंध करने वाले अकबर हो। मुगल राजाओं को सच काफी भयानक और हैरान करने वाला है।

इन सभी राजाओं ने अपनी मां-बहनों की अस्मत लूटने से परहेज नहीं किया। इस लिस्ट में मुगल बादशाह अकबर का नाम सबसे ऊपर आता है, जिसने ता उम्र अपनी बेटी का निकाह भी नहीं किया था।

अंत में बेटी की मौत हो गई थी। अकबर ने ना जाने कितने मुस्लिम औरतों की अस्मत लूटी, लेकिन हद तो तब हो गई जब हवस मिटाने के विए मां-बहन और बेटियों को भी नीहं बख्शा।

बादशाह की बेटी का नाम आरा अकबर था, जिसकी मौत जहांगीर के शासन काल में हुई थी। सबसे मनगढ़त किस्सा ये था कि अकबर ने सती प्रथा पर रोक लगाई, लेकिन इसके बीच मकसद चौंकाने वाला था।

जानिए अकबर ने सती प्रथा पर क्यो लगाई रोक

सती प्रथा पर रोक लगाने का मकसद हिंदुओं नारियों पति की हत्या करवाकर विधवा महिलाओं को अपने हरम में डालना था। अकबर ने हिंदू नारियों के साथ हरम में रहकर बहुत अय्याशी की थी।

इसका सबसे बड़ा उदाहरण राजकुमार जयमल की हत्या के बाद अपनी अस्मत बचाने को सती होने जा रही उसनकी पत्नी को अकबर ने बीच रास्त में ही पकड़ लिाय। शमशान घाट पर मौजूद सभी संबंधियों को कारगार में डाल दिया, जिसके राज कुमारी को हरम भेज दिया था।

इसी तरह पन्ना के राजकुमार को मारकर उसकी पत्नी का अपहरण कर हरम में डाल दिया था। मीना बाजार में भी यही होता था, जो औरत अकबर को पसंद आती उसके फौजी उसका हरण करके ले आते थे। अकबर ने अफनी हवस मिटाने के लिए इस्लाम के नियमों का भी खूब दुरुपयोग किया था।