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सब्जियों में टमाटर के बढ़े भाव तो अब चाय पीने वालों की बढ़ेगी टेंशन, चाय में डालने वाली इस चीज का पिछले 7 दिनों में दोगुना बढ़ा भाव

टमाटर को खाने का तरीका भूल गया है। टमाटर की कीमतों में आई तेजी ने दो महीने से थाली से दूर हो गया है।
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सब्जियों में टमाटर के बढ़े भाव तो अब चाय पीने वालों की बढ़ेगी टेंशन
   

टमाटर को खाने का तरीका भूल गया है। टमाटर की कीमतों में आई तेजी ने दो महीने से थाली से दूर हो गया है। Jun तक जो टमाटर किलो में खरीदते थे, अब ग्राम में खरीदते हैं। टमाटर का मूल्य गिरने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। मई में 15 रुपये प्रति किलो बिकने वाला टमाटर आज 250 से 280 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।

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आप गलत सोच रहे हैं कि कुछ दिनों में राहत मिल जाएगी। टमाटर की कीमत आने वाले दिनों में और बढ़ने वाली है। टमाटर की कीमत 300 रुपये प्रति किलो होगी। 14 जुलाई से केंद्र सरकार ने रियायती दर पर टमाटर बेचना शुरू किया था, लेकिन यह आवश्यकता को पूरा करने में असफल रहा है। राजधानी दिल्ली और एनसीआर में खुदरा कीमतें नरम होनी शुरू हो गई थीं, लेकिन आपूर्ति में कमी से कीमतें फिर से बढ़ने लगी हैं।

₹300 के पार जाएगा टमाटर

टमाटर की कीमतों में निरंतर वृद्धि जल्द ही 300 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच जाएगी। थोक व्यापारियों ने होलसेल मार्केट में टमाटर की कीमत 300 रुपए प्रति किलो तक पहुंचने का अनुमान लगाया है। सब्जी कारोबारियों का कहना है कि आवक कम होने से थोक टमाटर की कीमतें बढ़ सकती हैं और इससे खुदरा कीमतें भी प्रभावित हो सकती हैं। जिससे टमाटर की रीटेल कीमत बढ़ सकती है। एपीएमसी के सदस्य और दिल्ली के आजादपुर टमाटर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कौशिक ने बताया कि पिछले तीन दिनों में टमाटर की सप्लाई घटी है।

टमाटर उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश और बाढ़ ने फसल को बर्बाद कर दिया है। एक हफ्ते पहले थोक बाजार में 60 रुपए प्रति किलो बिक रहे टमाटर अब 220 रुपए पर पहुंच गए हैं। भूस्खलन और भारी बारिश ने टमाटर की पैदावार वाले राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश में सप्लाई को प्रभावित किया है। वहां से सब्जियां दिल्ली पहुंचने में छह से आठ घंटे का समय लगता है। यदि ऐसा होता है तो टमाटर लगभग 300 रुपए प्रति किलो हो सकता है।

अदरक भी हुआ महंगा

टमाटर के साथ-साथ बाकी सब्जियों की कीमत भी बढ़ रही है। टमाटर के दाम में तेजी जारी है। वहीं अदरक के भाव एक हफ्ते में 50 रुपये तक बढ़ गए हैं। पिछले हफ्ते अदरक यहां 300 रुपये किलो तक बिक रहा था, इस हफ्ते उसकी कीमत 350 रुपये किलो को पार कर चुकी है। सब्जियों की महंगाई ने लोगों के बजट को बिगाड़ दिया है।

क्यों कम नहीं हो रहे टमाटर के दाम

टमाटर की लागत हर दिन बढ़ती जा रही है। इसकी कीमत कम होने के बजाय लगातार बढ़ रही है। तमिलनाडु में भी टमाटर की बिक्री तेजी से हो रही है, जबकि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की छोटी-छोटी मंडियों में टमाटर की कीमतें बढ़ रही हैं। टमाटर की सप्लाई कम होने से थोक भाव लगातार बढ़ रहे हैं। चेन्नई के कोयम्बेडु थोक बाजार में टमाटर की कीमत कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है।

दिल्ली और एनसीआर की मंडियों का भी यही हाल है। हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र सब्जियों और टमाटर का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य हैं, लेकिन बारिश और बाढ़ ने उनकी गुणवत्ता और फसलों को नुकसान पहुँचाया है। जबकि बारिश कम होने के बाद टमाटर के भाव कम होने की उम्मीद थी, ऐसा नहीं हुआ। बाजार में टमाटर को लेकर अभी भी बहस चल रही है। टमाटर की कीमतें कम नहीं होती दिखती।