हरियाणा में टमाटर के रेट ने बिगाड़ा सब्जी का स्वाद, कल तक सस्ते में मिलने वाले टमाटर के दाम पहुंचे 90 के पार
देश भर में शुरू हुई मानसून की बारिश ने सब्जियों पर सीधा प्रभाव डाला है। 15 से 20 रुपए प्रति किलोग्राम की कीमत पर बिकने वाला टमाटर अब आंखे तरेड़ रहा है। अब रेवाड़ी टमाटर प्रति किलोग्राम 90 रुपए है।
वही टमाटर की थोक कीमत 80 रुपए तक मिल रहा है। बता दें दो दिन पहले कीमत 120 रुपए तक पहुँच गई थी। साथ ही अन्य सब्जियों की कीमतें भी काफी बढ़ोतरी हुई हैं।
एक सप्ताह पहले 20 रुपए था भाव
एक सप्ताह पहले, रेवाड़ी की सब्जी मंडी में टमाटर की कीमत 15 से 20 रुपए प्रति किलोग्राम थी। लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के बाद टमाटर की कीमत चार गुना बढ़ी। टमाटर मंडी में सेब से महंगा है।
सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि बारिश ने टमाटर की कीमतें बढ़ा दी हैं। टमाटर की कीमत पहले भी बारिश के समय बढ़ती रही है। फिलहाल, थोक भाव 80 रुपए है, जबकि बेचा 90 से 100 रुपए प्रति किलोग्राम जा रहा है।
अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़े
टमाटर की कीमतें के साथ-साथ लहसुन की कीमतें भी 100 रुपए से अधिक हो गई हैं। हरी मिर्च भी 80 रुपये प्रति किलोग्राम है। विभिन्न सब्जियों का मूल्य 10 रुपए से 15 रुपए तक बढ़ा है, जिसमें टिंडा, भिंडी, मूली, घीया और मटर शामिल हैं। सब्जियों की कीमतें बढ़ने से लोगों को घरों में खाना बनाने का स्वाद बिगाड़ गया है।
दाल भी हो गई महंगी
सिर्फ सब्जी ही नहीं दाल और मसालों की कीमतों में भी काफी बदलाव आया है। अरहर की दाल 150 रुपये प्रति kg हो गई है। एक महीने में दाल की कीमत चालीस रुपए तक बढ़ी है। चना, मसूर और मूंग भी बहुत महंगा हुआ है। जबकि सरसों के तेल और रिफाइंड का मूल्य घट गया है।
बेंगलुरु से आ रहा टमाटर
सब्जी बेचने वाले मेहरचंद ने बताया कि दिल्ली-राजस्थान से पहले टमाटर आया था। दाम भी कम था क्योंकि यह सस्ता था। लेकिन अब बैंगलुरु से आता है। साथ ही बारिश ने काफी फसलों को खराब कर दिया है।
जिससे टमाटर की कीमत तेजी से बढ़ी है। टमाटर आसानी से खराब हो जाता है। बारिश में यह और जल्दी खराब होने की संभावना अधिक होती है। 2 केरेट टमाटर में आधा केरेट खराब निकलता है।
दुकानदार पर भी पड़ा असर
सब्जी व्यापारी गंगाराम ने बताया कि पहले टमाटर 20 से 30 रुपये में बेचा जाता था। अब 80 से 90 रुपए में बेचा जाता है। बारिश के कारण इसका मूल्य बढ़ा है। क्योंकि जहां वे पैदावार होती हैं, वहाँ अधिक बारिश होती है इसके कारण टमाटर जल्दी खराब हो जाते हैं। टमाटर और अन्य सब्जियों की कीमतें बढ़ने से उनकी बिक्री भी प्रभावित हुई है।