home page

दुध पीने के लिए बच्चे की तरह जिद करने लगा छोटा हाथी, नटखट हाथी का ये रूप देखकर तो हर कोई रह गया हैरान

जब छोटे बच्चे भूख लगती है, तो वे रोने लगते हैं। जब वह बच्चे को भूख लगी है, तो मां उसे तुरंत दूध पिला देती है।
 | 
दुध पीने के लिए बच्चे की तरह जिद करने लगा छोटा हाथी
   

जब छोटे बच्चे भूख लगती है, तो वे रोने लगते हैं। जब वह बच्चे को भूख लगी है, तो मां उसे तुरंत दूध पिला देती है। हाथी के बच्चे को ऐसा करते देखा है? वे रोते हैं, लेकिन बच्चों की तरह नहीं। वीडियो में देखें कि यह सूंड उठाकर चीखता है।

मैं चाहता हूँ, जैसा कि वह कहता है। वह देर होती देखते हुए आगे वाले पैर को उठाता है और फिर सूंड से आवाज निकालता है। हाथी का बच्चा दूध मांग रहा है। उसे सहन नहीं होता। चीनी को दूध में मिलाया जाता है, लेकिन उसे जल्दी से दूध चाहिए।

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

जब दूध उसके मुंह तक नहीं आता, तो वह सूंड से दूध की बोतल पकड़ने की कोशिश करता है। उसे दूध झट से पिलाया जाता है। इसके बाद वह खुश हो जाता है। दरअसल, पर्यटकों को विश्व भर में कई पार्कों और अभ्यारण्यों में अपने हाथ से हाथी के बच्चे को दूध पिलाने की सुविधा दी गई है।

वीडियो देखकर मुस्कुरा देंगे आप

हाथी का ब्रेन इंसानों से काफी मेल खाता है। ये धरती पर सबसे बुद्धिमान जानवरों में से एक माने जाते हैं।
इनकी याददाश्त कमाल की होती है। ये दशकों तक दूसरे हाथियों और जगहों को याद रखते हैं।
नए और अपरिचित जगहों पर भोजन की तलाश जैसी मुश्किल समस्याओं का भी हल निकालने की इनमें क्षमता होती है।
अगर दूसरा हाथी मुश्किल में हो तो ये झट से मदद के लिए दौड़ पड़ते हैं।

ये इंसानों की तरह टूल का इस्तेमाल जानते हैं। जैसे फल तोड़ना हो या भोजन-पानी तक पहुंचना हो तो डंडे का इस्तेमाल करते हैं।
ये एक दूसरे से बात करने के लिए आवाज निकालने के साथ सूंड हिलाते हैं, कान फड़फड़ाते हैं औ पूंछ का भी इस्तेमाल करते हैं।

​इंसानों से घुल जाते हैं लेकिन...

हाथी के साथ अगर आप सम्मान और संवेदनशीलता से पेश आएं तो वह काफी घुलमिल जाते हैं।
हालांकि सभी इंसानों से इनकी दोस्ती नहीं होती। एक्सपर्ट कहते हैं कि हाथी का व्यवहार काफी अप्रत्याशित होता है इसलिए उनके पास रहते समय काफी अलर्ट रहना चाहिए।
ये कैनवास पर कलाकारी भी कर सकते हैं।

हाथी के बच्चे के पास आप जा रहे हैं और उसकी मां आसपास है तो थोड़ा संभलकर, मामला खतरनाक हो सकता है।
हाथियों के परिवार में काफी गहरा रिश्ता होता है। 12 साल तक नर हाथी झुंड में रहते हैं। फैमिली का नेतृत्व मादा हाथी करती है।
इंसानों की तरह हाथियों को भी दुख होता है। ये अपनों के गुजरने पर दुखी होते हैं, रोते हैं और अपने अंदाज में श्रद्धांजलि भी देते हैं।
जंगल में रहने वाले हाथी इंसानों को दूसरी प्रजाति के तौर पर देखते हैं और उन्हें खतरनाक समझते हैं।
वैसे, हाथी अपने विशालकाय शरीर को समझते हुए इंसानों को अपने से छोटा और कमजोर मानते हैं। ​