ऑफ़िस में सफ़ाई का काम करने वाली महिला उसी ऑफ़िस में बनी सबकी बॉस, बोली क़िस्मत ने बना दिया
रूस के एक चुनाव की चर्चा दुनियाभर में हो रही है। इसकी वजह है एक महिला कैंडिडेट। दरअसल, यह महिला जिस दफ्तर में पिछले पांच वर्षों से सफाईकर्मी के तौर पर काम कर रही थी अब वो उसी ऑफिस में बॉस के तौर पर काम करेगी। महिला का नाम है मरिना उदोदस्काया, जिन्होंने बता दिया कि किस्मत कभी भी पलट सकती है।
इसलिए उतारा महिला को चुनाव में
रिपोर्ट के मुताबिक, रूस में स्थानीय चुनाव में हुए उलटफेर के कारण यह मुमकिन हो सका। दरअसल, इस चुनाव में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पार्टी की कैंडिडेट निकोलाई के खिलाफ कोई भी उम्मीदवार नहीं खड़ा हुआ था।
ये भी पढिए :- मोचा तूफ़ान के आने से अगले कुछ घंटो में इन राज्यों में जमकर होगी बरसात, जाने मौसम विभाग की ताज़ा भविष्यवाणी
इसलिए चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता दिखाने के लिए निकोलाई ने अपने दफ्तर में सफाई का काम करने वाली 35 साल वर्षीय मरिना को ही अपने खिलाफ चुनाव में उतार दिया।
К победившей на выборах уборщице приставили кураторов – от региональной власти и Российской партии пенсионеров, которая выдвинула её кандидатуру. Марина Удгодская пройдет специальные обучающие курсы https://t.co/Lv2LVQMMdl
— Московский Комсомолец (@mkomsomolets) September 28, 2020
अब संभालेंगी पोवालिका की जिम्मेदारी
लेकिन निकोलाई को इसका जरा भी अंदाजा नहीं था कि जिसे उन्होंने खुद के खिलाफ चुनाव में खड़ा किया है वो उन्हें हरा भी सकती हैं। अब इस अनोखी जीत के साथ मरिना 155 किलोमीटर क्षेत्र में फैले पोवालिका जिले की जिम्मेदारी संभालेंगी और उस दफ्तर की बॉस होंगी जहां वो सफाईकर्मी के तौर पर नौकरी कर रही थीं।
ये भी पढिए :- चाणक्य की बताई इन बातों से चुटकियों में होगी चरित्रहीन लड़कियों की पहचान, ऐसी लड़कियाँ मौक़ा पाकर ज़रूर करती है ये ख़ास इशारे
बिना प्रचार के जीत गईं चुनाव
बता दें, मरिना ने 62 फीसदी वोट हासिल कर निकोलाई को हराया। मजे की बात तो यह है कि मरिना ने जरा सा चुनाव प्रचार भी नहीं किया था। मरिना अब इस पद की जिम्मेदारी समझते हुए काम की योजना भी बना रही हैं। यकीनन यह चुनाव खुद में ऐतिहासिक था, जिसके नतीजे भी इतिहास में दर्ज हो गए।