home page

दुनिया की सबसे क्रूर महिला शासक जिसने जवां रहने के लिए करवाए हज़ारों क़त्ल, हमेशा जवां दिखने के लिए ज़बान लड़कियों के खून से करती थी स्नान

दुनिया में कई ऐसे क्रूर पुरुष रहे हैं जिन्होंने हजारों लोगों को मौत के घाट उतार दिया है. इतिहास के बहुत से ऐसे राजा-महाराजा और सीरियल किलर रहे हैं जिन्हें लोगों को मारने में मजा आता था. पर क्या आपने कभी किसी महिला को ऐसी क्रूर हरकत करते देखा-सुना है?
 | 
women-series-hungary-female
   

दुनिया में कई ऐसे क्रूर पुरुष रहे हैं जिन्होंने हजारों लोगों को मौत के घाट उतार दिया है. इतिहास के बहुत से ऐसे राजा-महाराजा और सीरियल किलर रहे हैं जिन्हें लोगों को मारने में मजा आता था. पर क्या आपने कभी किसी महिला को ऐसी क्रूर हरकत करते देखा-सुना है?

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

शायद नहीं, पर इतिहास के पन्नों में ऐसी महिलाओं का नाम दर्ज है जो अपनी क्रूरता (Most Brutal Woman in History) के लिए कुख्यात थीं. आज हम दुनिया की सबसे क्रूक और खूंखार महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने अपने जीवनकाल में करीब 600 महिलाओं (Woman killed 600 girls) को मौत के घाट उतार दिया क्योंकि उसे किसी की जान लेने में मजा आता था.


न्यूज18 हिन्दी की नई सीरीज ‘Brutal Women Series’ के तहत हम आपको बताते हैं इतिहास की ऐसी महिलाओं के बारे में, जिन्होंने अपने सनकी रवैये से लोगों की जान ली और दुनिया को दिखाया कि क्रूरता क्या होती है. इसी सीरीज के तहत आज हम बात कर रहे हैं हंगरी (Hungary serial killer) की रहने वाली एक महिला एलिजाबेथ बैथोरी (Elizabeth Bathory) के बारे में.

Most brutal woman 1एलिजाबेथ के पति फेरेंक नडास्डी 19 साल के थे जब उनकी शादी हुई थी. उनकी मौत 48 साल की उम्र में हो गई थी. (फोटो: Twitter/@AliciaMimundo)
बचपन से ही थी काफी उग्र

नेशनल जियोग्राफिक की वेबसाइट के अनुसार एलिजाबेथ बैथोरी का जन्म 1560 में हुआ था. वो एक अमीर घराने में पैदा हुई थी, इस वजह से उसके घर में हमेशा से नौकर-चाकर उसकी सेवा के लिए थे. अधिक संपन्न होने की वजह से वो अपने से छोटे वर्ग के लोगों को अपना दास समझती थी और उन्हें प्रताड़ित करना उसे पसंद था. अगर कोई लड़की उससे भी खूबसूरत, उसके सामने पड़ जाती तो वो उसकी जान ले लेती थी. 15 साल की उम्र में उसकी शादी फेरेंक नडास्डी (Ferenc II Nadasdy) से हो गई थी और उनके 4 बच्चे भी हुए. एलिजाबेथ को युवतियों की हत्या करने का शौक था. उसका मानना था कि उनके खून को शरीर पर लगाकर वो लंबे वक्त तक जवान दिखती रहेगी.

महल में मार डालती थी लड़कियां

इस वजह से वो अपने पति के सामने ही कई बार लड़कियों को मार डालती थी और फिर उनके खून से नहाती थी. उसने अपने महल में नौकर रखे थे जो हत्याओं में उसकी मदद करते थे. 48 साल की उम्र में जब पति की हत्या हुई तो वो उत्तरी-पश्चिमी हंगरी के कैस्टल में शिफ्ट हो गई. उसे महिलाओं को टॉर्चर करना भी बहुत पसंद था. नौकर, गरीब वर्ग और यहां तक कि अपने दर्जे से निचले दर्जे के परिवारों की लड़कियों को भी उसने लोभ देकर महल में बुलाया और उनकी हत्या कर दी.

ऐसे हुई मौत

साल 1610 में हंगरी के राजा मैथियस द्वितीय को इन हत्याओं पर शक हुआ और उन्होंने एलिजाबेथ के खिलाफ जांच के आदेश दिए. तब जाकर पता चला कि उनके महल में करीब 80 युवतियों को मौत के घाट उतारा गया है. पर जो चश्मदीद थे, उनका कहना था कि महिला ने 600 से ज्यादा महिलाओं को महल में रहते हुए मार डाला था. एलिजाबेथ के नौकरों को तो मौत की सजा हुई थी, पर अमीर और उच्च दर्जे की होने की वजह से उसे सिर्फ एक कमरे में जीवन भर बंद रहने की सजा मिली थी. उसी कमरे में रहते हुए, 1614 में, 54 साल की एलिजाबेथ की मौत हो गई थी. तब से वो इतिहास के पन्नों में सबसे खतरनाक महिला सीरियल किलर के तौर भी कुख्यात हो गई थी.