UP के इस शहर में बना हुआ है कांच का पूल, खूबसूरत नजारे देखने के लिए दूर दूर से आते है लोग
दुनिया भर के कई देशों में ग्लास ब्रिज की बनावट न केवल पर्यटकों को आकर्षित करती हैं बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और आधुनिकता का एक अनोखा मिश्रण पेश करती हैं। अमेरिका, फ्रांस, लंदन और चीन जैसे देशों में इन कांच के पुलों को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। अब इसी कड़ी में भारत का उत्तर प्रदेश भी शामिल हो गया है जहाँ चित्रकूट में पहला ग्लास ब्रिज तैयार हो रहा है।
चित्रकूट में ग्लास ब्रिज की विशेषताएँ
उत्तर प्रदेश का यह पहला ग्लास ब्रिज चित्रकूट में तुलसी (शबरी) जल प्रपात पर स्थित है, जिसे भगवान राम के धनुष और बाण के आकार में डिजाइन किया गया है। इस ब्रिज की लंबाई और चौड़ाई इसे अन्य ग्लास ब्रिजेस से अलग बनाती है और इसकी भार क्षमता प्रति वर्ग मीटर में 500 किलोग्राम है जो इसे सुरक्षित और मजबूत बनाती है।
पर्यटन को बढ़ावा और स्थानीय विकास
इस ग्लास ब्रिज के निर्माण से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय विकास में भी यह एक महत्वपूर्ण योगदान देगा। ब्रिज का निर्माण बिहार के राजगीर में बने स्काई वॉक ग्लास ब्रिज की तर्ज पर किया गया है, जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि चित्रकूट में इसके खुलने के बाद भारी संख्या में पर्यटक आकर्षित होंगे।
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आर्थिक लाभ और सामाजिक असर
इस प्रोजेक्ट को 3.7 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है जो कि एक बड़ा निवेश है। इस निवेश का सीधा असर स्थानीय रोजगार और व्यवसाय पर पड़ेगा जिससे समुदाय के लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। यह ब्रिज न केवल एक आकर्षण का केंद्र होगा बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य को भी प्रदर्शित करेगा जिससे वहाँ की पहचान और भी मजबूत होगी।