81दिनों तक अब नही है शादियों का कोई शुभ मुहूर्त, इस महीने में होगी सबसे ज्यादा शादियां
देश में शादियों के सीजन पर 21 अप्रैल से ब्रेक लग गया है और अगले 81 दिनों तक यानी 10 जुलाई तक कोई शुभ मुहूर्त नहीं होगा। यह विराम ज्योतिषीय घटनाओं विशेषकर ग्रहों के अस्त होने के कारण आया है। इस अवधि में शुक्र जो वैवाहिक सुख का कारक माना जाता है अस्त रहेगा।
इसके अलावा गुरु भी वृषभ राशि में अस्त होंगे। ये दोनों ही ग्रह मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माने जाते हैं और इनके अस्त होने की अवधि में विवाह जैसे शुभ कार्यों की सिफारिश नहीं की जाती है।
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ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार इन ग्रहों के अस्त और उदय के समय को ध्यान में रखकर विवाह जैसे मांगलिक कार्यों की योजना बनाना चाहिए। इस तरह के अवसरों पर ग्रहों की स्थिति का ज्ञान होना न केवल शुभ होता है बल्कि यह वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने में भी मदद करता है।
ज्योतिषीय परिदृश्य और इसका प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार जब शुक्र अस्त होता है, तो यह विवाह के लिए अशुभ समय माना जाता है। शुक्र के बाल्यत्व दोष और अस्त होने की अवधि में विवाह करने से वैवाहिक जीवन में कठिनाइयाँ आ सकती हैं।
इसलिए इस दौरान विवाह करने से बचने की सलाह दी जाती है। इस वर्ष शुक्र 21 अप्रैल से 7 जुलाई तक अस्त रहेगा और 7 जुलाई को उदय होने के बाद भी 10 जुलाई तक बाल्यत्व दोष के दायरे में रहेगा।
जुलाई से शादियों के शुभ मुहूर्त की तिथियां
जुलाई -11, 12, 14, 19, 20, 21, 22, 23, 27, 31
अगस्त- 5, 6, 7, 8, 11, 13, 19, 23, 24, 26, 27, 28
सितम्बर- 4, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14
अक्तूबर- 3, 6, 7, 11, 12, 20, 21, 26, 27, 28
नवम्बर - 3, 4, 6, 8, 9, 10, 14, 17, 18, 22, 23, 24, 25, 26, 27
दिसम्बर - 5, 6, 7, 11
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नवम्बर महीने में होंगी सबसे ज्यादा शादियां
शुक्र के उदय होने के बाद इस साल अगला पहला विवाह मुहूर्त 11 जुलाई को होगा। जबकि साल का आखिरी शुभ मुहूर्त 11 दिसम्बर को होगा। इस बीच महीने में नवम्बर महीने में शादी के सबसे ज्यादा मुहुर्त निकल रहे हैं और नवम्बर में 15 दिन शादी के शुभ मुहूर्त हैं।
जबकि अगस्त में 12 जुलाई और अक्तबर में 10-10 और सितम्बर में शादियों के 9 मुहूर्त हैं। इस बीच 18 सितम्बर से पितृ पक्ष शुरू होने के कारण विवाह शादियों जैसे मांगलिक कार्य नहीं होंगें और 2 अक्तूबर को पितृ पक्ष खत्म होने के बाद ही शादियां दोबारा शुरू होंगी।