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गांव की महिला ने जुगाड़ लगाकर बनाई देसी Washing Machine, महिला की सूझबूझ को देखकर तो लोग कर रहे वाहवाही

भारत में जुगाड़ करने की कला कोई नई बात नहीं है। हर गली, हर मोहल्ले में आपको कोई न कोई जुगाड़ू जरूर मिल जाएगा। जिसके पास हर समस्या का एक अनोखा हल होता है। इसे ही हमारे देश की जुगाड़ तकनीक कहा जाता है।
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Different use of Cycle
   

भारत में जुगाड़ करने की कला कोई नई बात नहीं है। हर गली, हर मोहल्ले में आपको कोई न कोई जुगाड़ू जरूर मिल जाएगा। जिसके पास हर समस्या का एक अनोखा हल होता है। इसे ही हमारे देश की जुगाड़ तकनीक कहा जाता है। जिसमें कम संसाधनों का उपयोग करके अद्भुत समाधान निकाला जाता है।

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हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऐसे ही जुगाड़ का वीडियो वायरल हुआ है। जिसे देखकर आप भी अपना सिर पकड़ लेंगे। जुगाड़ न सिर्फ हमें हंसाता है बल्कि हमें यह भी दिखाता है कि थोड़े से संसाधनों से कैसे बड़े परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।

इस तरह की इनोवेशन हमें प्रेरित करती है कि हम भी अपने जीवन में इसी तरह के छोटे छोटे जुगाड़ करके बड़ी समस्याओं का समाधान खोज सकते हैं।

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वाशिंग मशीन का देसी अवतार

सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है। उसमें एक महिला ने वाशिंग मशीन के विचार को एक नया मोड़ दिया है। वीडियो में महिला ने एक टब में कपड़े डाले हैं और उसमें पानी भी भरा है। लेकिन यहां तकनीक की बात करें तो महिला ने साइकिल के पैडल का उपयोग करते हुए कपड़ों को धोया।

इस जुगाड़ में महिला ने साइकिल को टब के ऊपर लेटा दिया और पैडल चलाते हुए कपड़ों को धोने का काम किया। यह नजारा देखने में बेहद अनोखा और मजेदार लगा।

सोशल मीडिया पर छाया जुगाड़

इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर 'sarcasticschool' नाम के पेज से शेयर किया गया है। यह वीडियो न केवल हजारों लोगों द्वारा देखा गया है। बल्कि इसे लगभग 3 हजार लाइक्स और 1 लाख 44 हजार व्यूज भी मिल चुके हैं।

यूजर्स ने इस वीडियो पर बेहद दिलचस्प प्रतिक्रियाएं दी हैं, जैसे कि एक यूजर ने लिखा "मैम शार्क टैंक वाले यहीं आ रहे हैं" तो दूसरे ने कहा "ये मैनुअल वाशिंग मशीन है।" इस तरह के जुगाड़ न सिर्फ हमें मनोरंजन प्रदान करते हैं बल्कि यह भी दिखाते हैं कि भारतीय कितने इनोवेटिव हो सकते हैं।

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जुगाड़ और इनोवेशन की परंपरा

यह वीडियो भारतीय समाज में जुगाड़ के प्रति अपनाई गई सोच को दर्शाता है। जहां संसाधनों की कमी के बावजूद लोग अपनी समस्याओं का हल खोज लेते हैं। ऐसे जुगाड़ न केवल प्रचलित प्रौद्योगिकियों के विकल्प के रूप में काम करते हैं।

बल्कि ये हमें यह भी सिखाते हैं कि किस तरह से थोड़ी सी सृजनात्मकता और इनोवेशन से बड़े समाधान संभव हैं। इसलिए जब भी आप कोई जुगाड़ देखें, तो उसे सिर्फ एक अस्थायी समाधान के रूप में नहीं बल्कि एक इनोवेटिव प्रयास के रूप में देखें।