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लड़का उत्तराखंड घूमने गया तो गर्लफ्रेंड देने पहुंच गई लड़के का एग्जाम, छोटी सी गलती से रंगे हाथों पकड़ी गई गर्लफ्रेंड

प्यार, मोहब्बत में इंसान क्या-क्या नहीं कर जाता। बड़े-बड़े युद्ध सिर्फ प्रेम के खातिर लड़े गए हैं तो कई बार वेश बदलकर प्रेमिकाओं को भगाने के लिए प्रेमी पहुंचे हैं। प्यार के जुनून की ऐसी तमाम कहानियां आपने पढ़ी और सुनी होंगी। 
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Dummy Candidate in Exams
   

प्यार, मोहब्बत में इंसान क्या-क्या नहीं कर जाता। बड़े-बड़े युद्ध सिर्फ प्रेम के खातिर लड़े गए हैं तो कई बार वेश बदलकर प्रेमिकाओं को भगाने के लिए प्रेमी पहुंचे हैं। प्यार के जुनून की ऐसी तमाम कहानियां आपने पढ़ी और सुनी होंगी लेकिन नए ज़माने के प्यार की एक कहानी सुनकर आप दंग रह जाएंगे।

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गुजरात में एक लड़की अपने ब्वॉयफ्रेंड को पास कराने के लिए उसकी जगह पर उसका पेपर सॉल्व करने के लिए पहुंच गई। इसके पीछे पूरी कहानी काफी दिलचस्प है। गुजरात के सूरत में मौजूद वीर नर्मद दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाला लड़का खुद तो पहाड़ों पर छुट्टियां मना रहा था।

उसकी जगह परीक्षा हॉल में पेपर दने के लिए उसकी गर्लफ्रेंड पहुंच गई, जो दरअसल छात्रा भी नहीं थी। आपने ऐसे केसेज़ सुने होंगे, जहां अच्छे नंबर पाने के लिए लोग कोर्स से पास हो चुके लोगों को डमी कैंडिडेट के तौर पर बैठा देते हैं, लेकिन जिस लड़की ने ये कांड किया है, वो सरकारी नौकरी कर रही थी। बावजूद इसके प्यार के खातिर उसने ये रिस्क लिया, जो बिल्कुल गलत पड़ गया।

प्रेमी पहाड़ों में, प्रेमिका एक्ज़ाम हॉल में

परीक्षा में ड्यूटी के दौरान हॉल में अक्सर पर्यवेक्षक हर दिन बदलते हैं, ऐसे में किसी भी कैंडिडेट को पहचान पाना आसान नहीं होता। इस दौरान वे सिर्फ रोल नंबर चेक करते हैं। इसी साल अक्टूबर में जब बी कॉम थर्ड ईअर की परीक्षा चल रही थी, जहां लड़की अपने ब्वॉयफ्रेंड के प्रवेश पत्र में नाम और तस्वीर बदलकर परीक्षा देने पहुंच गई।

हालांकि साथ में परीक्षा दे रहे एक छात्र ने पर्यवेक्षक को बताया कि जहां लड़की बैठी है, वहां पिछले दिनों एक लड़का परीक्षा दे रहा था। इसके बाद ही सारा मामला खुला और लड़की को पकड़ लिया गया। कमेटी ने मामले की जांच पूरी करने के बाद यूनिवर्सिटी प्रबंधन को सज़ा के लिए सिफारिश भेजी है।

जा सकती है लड़की की नौकरी भी

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक मामले में लड़की की डिग्री भी रद्द हो सकती है और उसकी नौकरी भी जा सकती है। वहीं लड़के को अगले 3 साल तक परीक्षा देने से रोका जा सकता है। जब लड़के को कमेटी के सामने पेश किया गया तो उसने बताया कि वो उत्तराखंड में छुट्टिया मनाने के लिए गया था।

जबकि लड़की के परिवार का कहना है कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। लड़का रेगुलर एक्ज़ाम में फेल हो चुका था, जिसके बाद उसकी प्रेमिका ने उसकी जगह परीक्षा देने जैसा कदम उठाया था।