समझदार लोग क्यों कहते है की चावल खाने के बाद नही पीनी चाहिए चाय, जाने क्या है इसके पीछे की वजह
भारतीय समाज में खाने की थाली में चावल एक महत्वपूर्ण भोजन के रूप में उपस्थित रहता है। चावल की उपस्थिति न केवल भारतीय खाने की विविधता को दर्शाती है बल्कि यह भोजन के साथ एक संपूर्ण अनुभव भी प्रदान करता है। हालांकि भोजन के तुरंत बाद चाय पीने की प्रवृत्ति कई बार स्वास्थ्य से जुड़े कई सवाल उठाती है।
चावल खाने के बाद चाय पीने से जुड़ी समस्याओं को समझने के बाद यह साफ होता है कि भोजन के तुरंत बाद चाय पीने से बचना चाहिए ताकि स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें न हों।
ये भी पढ़िए :- पढ़े लिखे लोग भी नही जानते चल और अचल संपत्ति के बीच असली फर्क, अगर नही पता तो आज जान लो असली जानकारी
चाय की एसिडिक प्रकृति और पाचन पर प्रभाव
चाय जिसे हम रोजमर्रा में बहुतायत से पीते हैं में एसिडिक गुण होते हैं जो कि पाचन प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं। विशेष रूप से जब चाय को प्रोटीन युक्त आहार के साथ लिया जाता है तो चाय में मौजूद तन्निन और अन्य एसिड्स प्रोटीन को कठोर बना सकते हैं।
जिससे उसका पाचन कठिन हो जाता है। इसके अतिरिक्त चाय शरीर द्वारा आयरन के अवशोषण को भी कम कर सकती है।

ब्लोटिंग और पाचन संबंधी अन्य समस्याएँ
चावल के बाद चाय पीने से पेट में गैस बनने और ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है। ब्लोटिंग के कारण पेट भरा-भरा और असहज महसूस होता है जिससे खाना खाने पर भी दिक्कत होती है। चावल के साथ चाय पीने से कब्ज और गैस की समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं जो कि पाचन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।
ये भी पढ़िए :- रामानंद सागर ने रामायण में बादल और कोहरा दिखाने के लिए किए थे ऐसे जुगाड़, उस टाइम बिना टेक्नॉलजी के ऐसे हुई थी शूटिंग
चावल के साथ अन्य खाद्य संयोजनों का प्रभाव
चावल के साथ रोटी खाने का चलन भी कुछ क्षेत्रों में प्रचलित है लेकिन यह संयोजन पाचन के लिहाज से समस्याजनक हो सकता है। गेहूं की रोटी और चावल दोनों हाई ग्लाइसेमिक होते हैं और इन्हें साथ में खाने से पाचन क्रिया में गड़बड़ी और कब्ज की समस्या हो सकती है।
