टॉयलेट जाने के लिए सू-सू शब्द का क्यों होता है इस्तेमाल, जाने क्या होता है इसका मतलब
भारतीय संस्कृति में 'सू-सू' शब्द का प्रयोग आमतौर पर बच्चों द्वारा शौच क्रिया के लिए किया जाता है खासकर जब वे मूत्र विसर्जन की बात करते हैं। यह शब्द भारतीय घरों में बड़े लाड़-प्यार से इस्तेमाल होता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही शब्द विश्व के अन्य हिस्सों में कई भिन्न अर्थ रखता है? आइए जानते हैं कि दुनिया के विभिन्न कोनों में 'सू-सू' का क्या मतलब होता है।
बास्क भाषा में 'सू-सू' का अर्थ
अगर आप दक्षिणी फ्रांस के बास्क क्षेत्र में हैं, तो 'सू-सू' शब्द का प्रयोग करना थोड़ा संभलकर करना होगा। यहाँ इस शब्द का अर्थ होता है "गोली मारो" जो कि एक आक्रामक कमांड के रूप में सुनाई दे सकता है।
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बोस्निया और सर्बिया में 'सू-सू' का अर्थ
बोस्निया या सर्बिया के कुछ हिस्सों में जहां यह शब्द बोला जाता है, वहाँ इसका मतलब होता है "कर रहे हैं"। यह वहाँ के स्थानीय संवाद में एक सामान्य शब्द है।
कोर्सिकन और चेक भाषा में 'सू-सू'
फ्रांस और इटली के कोर्सिकन क्षेत्र में, और चेक गणराज्य में 'सू-सू' का अर्थ भिन्न होता है। कोर्सिकन में यह "ऊपर ऊपर" को दर्शाता है जबकि चेक भाषा में इसका मतलब होता है "वे हैं"।
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डेनिश और फ्रेंच में 'सू-सू'
जर्मनी के उन हिस्सों में जहां डेनिश बोली जाती है 'सू-सू' का मतलब "गोपनीय" होता है। यह उस चीज के लिए प्रयोग किया जाता है जिसे आप गुप्त रखना चाहते हैं। वहीं फ्रेंच में इसका मतलब होता है "आपको पता है" जो कि एक सूचनात्मक भाव के बारे में बताता है।