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हॉस्पिटल ईलाज कराने गई महिला को सड़क किनारे दिखा 10 साल पहले बिछड़ा पति, रोते हुए बच्चों की तरह करने लगी पति से प्यार

बलिया, उत्तर प्रदेश में एक महिला अस्पताल जा रही थी। उसे अस्पताल के बाहर जमीन पर बैठा एक विकलांग व्यक्ति दिखाई दिया।
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हॉस्पिटल ईलाज कराने गई महिला को सड़क किनारे दिखा 10 साल पहले बिछड़ा पति
   

बलिया, उत्तर प्रदेश में एक महिला अस्पताल जा रही थी। उसे अस्पताल के बाहर जमीन पर बैठा एक विकलांग व्यक्ति दिखाई दिया। जब वह उसके पास पहुंची, तो उसका पति, जो दस साल पहले गायब हो गया था, बाहर निकला। वह अपने पति को देखते ही बिलख पड़ी और उसे किसी बच्चे की तरह प्यार करने लगी।

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वास्तव में, अस्पताल जाते समय महिला की सामने बैठे एक आदमी की दाढ़ी बढ़ी थी। उसने खराब कपड़े पहने हुए थे। महिला ने अपनी आंखों पर भरोसा खो दिया। वह व्यक्ति दस साल पहले लापता हुआ पति था। महिला ने पास जाकर देखा कि उसका पति बाहर निकला है। वह अपने पति को इस हालत में देखकर रोने लगी।

दस साल बाद अचानक मिला पत

महिला का नाम जानकी है। उसका पति मोती चंद्र वर्मा है। दोनों लोग देवकली थाना सुखपुरा में रहते हैं। दोनों ने 21 साल पहले शादी की थी। जानकी देवी कहती है कि उसका पति दस साल पहले घर से अचानक कहीं चला गया था। तब से वह हर जगह उसकी तलाश में थी, जो आज पूरी हुई है।

घटना का पूरा वीडियो भी सामने आया है। जिसमें सड़क पर एक महिला अपने पति के साथ बैठी हुई है। पहले वह अपने पति को पिंक कलर के कपड़े से ढक देती है। फिर उसके बालों और चेहरे पर हाथ फेरती है। बालों में फंसी गंदगी को बाहर निकालता है। ऐसा करते हुए महिला रोती रहती है और अपने पति के बारे में पूछती है।

पति मानसिक रूप से था बीमार

देवी कहती है कि आज मुझे मेरा भगवान मिल गया। मैंने अपने पति को नेपाल तक खोज निकाला। लेकिन हर जगह निराशा थी। इन पर मेरा ध्यान शुक्रवार को जिला अस्पताल पहुंचते ही पड़ा। पहले मुझे यकीन नहीं था। मैंने बाद में ई-रिक्शा रुकवाकर उनके पास चली गई। देवी ने रोते हुए कहा कि आज का दिन मेरे लिए एक वरदान है। पति को खोजने के लिए मैंने अपना सब कुछ बेच दिया। इन्हें खोजने के लिए मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी। (इनपुट संस्था)