HDFC बैंक ने अपने करोड़ों ग्राहकों को दिया बड़ा झटका, कार और होम लोन को लेकर आया नया अपडेट
भारत के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंक, HDFC ने अपनी एमसीएलआर (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट) में बदलाव करते हुए इसे रिवाइज किया है। यह बदलाव विशेष रूप से होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन जैसे सभी तरह के फ्लोटिंग रेट लोन पर लागू होता है। इस बदलाव के चलते मौजूदा ग्राहकों की ईएमआई बढ़ने की संभावना है। नई दरें 8 जुलाई 2024 से लागू हो गई हैं जिसमें HDFC बैंक ने अपनी MCLR को 0.10 प्रतिशत तक बढ़ाया है।
एमसीएलआर में बदलाव का आधार
एमसीएलआर की दरें निर्धारित करते समय बैंक कई महत्वपूर्ण कारकों पर विचार करते हैं। इनमें डिपॉजिट रेट्स, रेपो रेट, बैंक की ऑपरेशनल कॉस्ट और कैश रिजर्व रेशियो बनाए रखने की लागत शामिल हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट में होने वाले बदलाव सीधे तौर पर एमसीएलआर दरों पर प्रभाव डालते हैं। जब ये दरें बढ़ती हैं तो स्वाभाविक रूप से लोन पर ब्याज दरें भी बढ़ जाती हैं जिसके चलते ग्राहकों की ईएमआई में बढ़ोतरी होती है।
ग्राहकों पर पड़ने वाला असर
इस बदलाव के साथ HDFC बैंक के ग्राहकों को उनके मौजूदा लोन पर अधिक ईएमआई चुकानी पड़ेगी। विशेषकर वे ग्राहक जिन्होंने फ्लोटिंग रेट वाले लोन ले रखे हैं उन्हें इस बदलाव का असर महसूस होगा। नए ग्राहक जो लोन लेने की सोच रहे हैं उन्हें अब अधिक ब्याज दर पर लोन मिलेगा जिससे उनकी कुल लागत बढ़ जाएगी। यह स्थिति खास रूप से उन लोगों के लिए चिंता का विषय है जो बड़ी राशि के लोन लेने की योजना बना रहे हैं।