PNB बैंक ने इन हजारो लोगों के बैंक खाते किए बंद, खाताधारकों को बैंक ने भेजे थे नोटिस

नोएडा में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने बड़ा कदम उठाते हुए 8000 बंद बैंक खातों को बंद कर दिया है। यह निर्णय उन खातों के लिए लिया गया जिनमें पिछले लगभग तीन वर्षों से कोई लेन-देन नहीं हुआ था।
 

नोएडा में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने बड़ा कदम उठाते हुए 8000 बंद बैंक खातों को बंद कर दिया है। यह निर्णय उन खातों के लिए लिया गया जिनमें पिछले लगभग तीन वर्षों से कोई लेन-देन नहीं हुआ था। बैंक द्वारा खाताधारकों को कई बार नोटिस जारी करने के बावजूद इन खातों को चालू नहीं किया गया जिसके चलते अंततः इन्हें बंद करने का फैसला लिया गया।

सुरक्षा कारणों से उठाया गया कदम

पीएनबी द्वारा खाते बंद करने का मुख्य कारण सुरक्षा संबंधी चिंताएं हैं। निष्क्रिय खातों का अक्सर गलत उपयोग होने की संभावना रहती है, जैसे कि धोखाधड़ी और मनी लॉन्डरिंग। इसलिए, बैंक ने इस प्रकार की संभावनाओं को कम करने के लिए यह कठोर निर्णय लिया। हालांकि, कुछ खाते जैसे कि लॉकर और डीमैट खाते साथ ही वे खाते जिन्हें कोर्ट के आदेशों या अन्य वैधानिक कारणों से फ्रीज किया गया है इन्हें इस बंद करने की कार्रवाई से छूट दी गई है।

खाताधारकों को किये गए नोटिस और चेतावनी

पीएनबी के लीड बैंक मैनेजर, इंदु जायसवाल के अनुसार, खातों के निष्क्रिय रहने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। ये खाते उन लोगों के हो सकते हैं जो अन्य खातों का उपयोग कर रहे हों या जिनकी मृत्यु हो गई हो। बैंक ने समय-समय पर इन खाताधारकों को नोटिस भेजे और चेतावनी दी कि वे अपने खातों को सक्रिय रखें। फिर भी इन्हें सक्रिय नहीं किए जाने पर अंततः बैंक ने इन्हें बंद करने का निर्णय लिया।

आगे की कार्रवाई

पंजाब नेशनल बैंक ने अपने ग्राहकों को यह भरोसा दिलाया है कि उनकी सुरक्षा और सेवा बैंक की प्राथमिकता हैं। जिन खाताधारकों के खाते बंद किए गए हैं, उन्हें बैंक की शाखाओं में जाकर अपनी समस्याओं का समाधान पूछने की सलाह दी गई है। बैंक यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है कि इस प्रक्रिया से किसी भी ग्राहक को अनावश्यक कठिनाई न हो और उन्हें समुचित सहायता प्रदान की जा सके।