टीना डाबी को अपना आइकॉन बनाने वाली तनुजा खत्री ने कर दिया कमाल, 12वीं क्लास की मार्कशीट हो रही वाइरल

जैसलमेर की तनुजा खत्री ने अपने सपनों को साकार करने के लिए अपनी दृढ़ता और मेहनत की नई मिसाल कायम की है। 2016 बैच की UPSC टॉपर और जैसलमेर की पूर्व जिला कलेक्टर टीना डाबी से प्रेरित होकर तनुजा ने...
 

जैसलमेर की तनुजा खत्री ने अपने सपनों को साकार करने के लिए अपनी दृढ़ता और मेहनत की नई मिसाल कायम की है। 2016 बैच की UPSC टॉपर और जैसलमेर की पूर्व जिला कलेक्टर टीना डाबी से प्रेरित होकर तनुजा ने आईएएस बनने का निश्चय किया।

उन्होंने इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए 12वीं कक्षा में 97% अंक प्राप्त कर जैसलमेर में टॉप किया, जो कि उनकी कड़ी मेहनत और संकल्प का प्रमाण है।

शिक्षा में माता-पिता का अथक सहयोग 

तनुजा के पिता जो एक स्पेयर पार्ट्स की दुकान चलाते हैं और उनकी मां जो एक ग्रेजुएट हैं। माता-पिता ने हमेशा उनकी शिक्षा को प्राथमिकता दी है। तनुजा की शिक्षा में सफलता के पीछे उनके माता-पिता का अथक समर्थन और विश्वास है, जिसने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।

टीना डाबी से गहरी प्रभावित

तनुजा कहती हैं कि टीना डाबी के कलेक्टर के रूप में उनके काम करने का तरीका, उनके बोलने की तरीके और उनकी प्रफेशनलिज़म ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया। टीना की उपलब्धियों और उनके कार्यों की कहानियों ने तनुजा में न केवल प्रेरणा जगाई बल्कि उन्हें एक नई दिशा भी दी।

पढ़ाई के टाइम को बढ़ाकर हासिल की नई ऊँचाइयां

प्रेरणा मिलने के बाद तनुजा ने अपनी पढ़ाई के घंटे बढ़ा दिए। पहले जहां वे रोजाना 4 घंटे पढ़ाई करती थीं। वहीं अब वे 6 घंटे पढ़ाई में समर्पित करती हैं। इस दौरान उन्होंने मोबाइल फोन और टीवी से दूरी बनाई और पूरी तरह से अपनी पढ़ाई पर केंद्रित रहीं।

समाज के लिए उम्मीद की किरण

तनुजा की यह उपलब्धि न केवल उनके लिए बल्कि समाज के लिए भी प्रेरणादायक है। यह दर्शाता है कि संकल्प, समर्पण और सही मार्गदर्शन से कोई भी व्यक्ति अपने सपनों को साकार कर सकता है। तनुजा ने दिखाया है कि कैसे एक युवा छात्रा अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अपनी पूरी क्षमता को पहचान और उसे बढ़ावा दे सकती है।