हरियाणा के इस गांव में 55 युवाओं को एकसाथ मिली सरकारी नौकरी, पूरे हरियाणा में हो रही इस गांव की चर्चा

भारतीय राजनीति में अक्सर देखा जाता है कि वादे और नारे केवल चुनावी घोषणापत्रों तक सीमित रह जाते हैं.
 
Deeg Village Haryana: भारतीय राजनीति में अक्सर देखा जाता है कि वादे और नारे केवल चुनावी घोषणापत्रों तक सीमित रह जाते हैं. हालांकि कैथल जिले के डीग गांव ने 'बिना पर्ची, बिना खर्ची' का नारा सचमुच में सच किया है. यहाँ के युवाओं ने ग्रुप सी और डी की भर्तियों में अपनी योग्यता के बल पर नौकरी हासिल की है.

बड़ी कामयाबी

हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC Result) द्वारा घोषित परिणामों में डीग गांव के 55 युवाओं का चयन हुआ है जिसे गांव के सरपंच प्रतिनिधि रोहताश नैन ने एक बड़ी कामयाबी बताया. उनका कहना है कि इससे आसपास के युवाओं को भी बड़ी प्रेरणा मिलेगी.

विभिन्न विभागों में मिली नौकरी

डीग गांव के युवाओं को पंचायत सेक्रेटरी, पटवारी, एक्साइज इंस्पेक्टर, क्लर्क, जेई और पुलिस विभाग में नौकरी मिली है. इन नौकरियों के मिलने से गांव की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है.

सरपंच प्रतिनिधि की विशेष भूमिका और भविष्य की योजनाएं

सरपंच प्रतिनिधि रोहताश नैन ने इस कामयाबी के लिए गांव के युवाओं की मेहनत और निष्ठा को सराहा. उन्होंने गांव में शिक्षा के रिकार्ड को बनाए रखने के लिए और अधिक संसाधनों का निर्माण करने की योजना बनाई है.

युवाओं का प्रेरणास्त्रोत

अंकित नैन और अमित जैसे युवा, जिन्होंने कठिनाइयों के बावजूद सरकारी नौकरी पाने का सपना साकार किया, अन्य युवाओं के लिए मिसाल हैं. उनकी कहानियाँ और संघर्ष अन्य युवाओं को भी आगे बढ़ने और अपने सपनों को साकार करने की प्रेरणा देते हैं.

शिक्षा और रोजगार की नई दिशा

डीग गांव के युवाओं की इस उपलब्धि ने साबित किया है कि समर्पण और सही मार्गदर्शन से किसी भी सामाजिक और आर्थिक बाधाओं को पार किया जा सकता है. इससे अन्य गांवों के लिए भी एक उम्मीद की किरण जगी है कि वे भी अपने युवाओं के लिए ऐसे ही अवसर सृजित कर सकें.