हरियाणा रोडवेज की इन बसों की दिल्ली रूट से हटाने की तैयारी में विभाग, सरकार ने रोडवेज बेड़े में शामिल की 150 नई AC बसें
हरियाणा सरकार ने दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। प्रदूषण के मुख्य स्रोतों में से एक पुरानी डीजल बसों को चलन से बाहर करने का यह फैसला वायु गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में एक कदम है।
बीएस-3 बसों का संचालन समाप्त
हरियाणा परिवहन विभाग ने वर्ष के अंत तक बीएस-3 मानक वाली बसों को दिल्ली के मार्गों से हटाने की योजना बनाई है। इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य उन बसों को बदलना है जो पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं और जिनसे प्रदूषण का स्तर बढ़ता है।
वायु गुणवत्ता आयोग की भूमिका
वायु गुणवत्ता आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण को कम करने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। आयोग ने सभी बसों को बीएस-6 मानक या अन्य स्वच्छ ईंधन ऑप्शन में बदलने के लिए कहा है। इसके तहत, हरियाणा सहित सभी आसपास के राज्यों को अपनी बस सेवाओं को नया करने का आदेश दिया गया है।
बीएस-3 बसों की कंडम प्रक्रिया
परिवहन विभाग ने बीएस-3 बसों को धीरे-धीरे कंडम करने की प्रक्रिया शुरू की है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य पुरानी और प्रदूषण फैलाने वाली बसों को वापस लेना और उन्हें नई और अधिक कुशल बसों से बदलना है।
नए बसों की खरीद
हरियाणा सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 तक बीएस-6 मानक वाली 650 नई बसों की खरीद की योजना बनाई है। यह नई बसें न केवल पर्यावरण के अनुकूल होंगी बल्कि यात्री सुविधाओं में भी वृद्धि करेंगी। इन बसों की खरीद से बस सेवाओं में सुधार होगा और यात्रियों को बेहतर सफर की सुविधा मिलेगी।