हरियाणा में सैनी सरकार कर रही है एक्स्ट्रा क्रेच खोलने की तैयारी, सरकार ने रखा लाखों में बजट
विधानसभा चुनावों की तारीखें नजदीक आते ही हरियाणा सरकार ने जनता को आकर्षित करने के लिए कई नई स्कीम और पॉलिसियां पेश की हैं। इन पहलों का उद्देश्य न केवल चुनावी फायदे के लिए है बल्कि ये योजनाएं सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देने का काम करेंगी। इस बार की मुख्य पहल महिला और बच्चों के विकास पर केंद्रित है जिससे उनके जीवन में सुधार और सुविधाजनक परिवर्तन लाया जा सके।
क्रेच की सुविधाएं और उनका महत्व
परिवहन और महिला एवं बाल विकास मंत्री असीम गोयल के अनुसार हरियाणा सरकार ने 500 क्रेच खोलने का लक्ष्य रखा है। यह कदम उन कामकाजी महिलाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगा जिन्हें अपने बच्चों की देखभाल के लिए सुरक्षित और सहयोगी वातावरण की आवश्यकता होती है। इन क्रेच केंद्रों में बच्चों को न केवल देखभाल मिलेगी बल्कि उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी।
सरकार की फंडिंग और संरचनात्मक योजनाएं
मंत्री असीम गोयल के मुताबिक, क्रेच पॉलिसी को लागू करने वाला हरियाणा देश का प्रथम राज्य है। इस उपलब्धि के साथ, सरकार ने महिला और बाल विकास के लिए 3,215 लाख रुपये का एक भारी बजट निर्धारित किया है। इस बजट का उपयोग क्रेच केंद्रों की स्थापना, उनके संचालन और उनमें आवश्यक सुविधाओं के विकास के लिए किया जाएगा। यह पैसे बच्चों के सुरक्षित और उत्थानकारी परिवेश के निर्माण में सहायक होगी।
चुनावी वादों की हकीकत और जनता की उम्मीदें
जैसे-जैसे चुनावी माहौल गर्म होता जा रहा है, जनता की नजरें सरकार की इन पहलों पर टिकी हुई हैं। विभिन्न वादे और घोषणाएं जो इस दौरान की जा रही हैं, उनका वास्तविक क्रियान्वयन जनता के जीवन में किस प्रकार से परिवर्तन लाएगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। हरियाणा की जनता इन योजनाओं से काफी उम्मीदें लगाए बैठी है, और सरकार के प्रयासों से उनके दैनिक जीवन में आसानी की अपेक्षा कर रही है।