हरियाणा में सातवें आसमान पर पहुंची सब्जियो की कीमतें, टमाटर के ताजा भाव जानकर तो नही आएगी नींद

हरियाणा में मानसून की ताजा बारिश ने न केवल तपती गर्मी से राहत दिलाई है बल्कि कृषि और दैनिक जीवन पर इसके गहरे असर पड़े हैं।
 

हरियाणा में मानसून की ताजा बारिश ने न केवल तपती गर्मी से राहत दिलाई है बल्कि कृषि और दैनिक जीवन पर इसके गहरे असर पड़े हैं। लंबे समय से चल रही गर्मी के बाद इस बारिश का स्वागत हर किसी ने खुले दिल से किया मगर इसके साथ ही बाजार में सब्जियों की कीमतों में ज्यादा बढ़ोतरी ने लोगों को परेशान कर दिया है।

सब्जियों की कीमतों में आसमानी उछाल

हाल की बारिश के कारण विशेषकर टमाटर और प्याज जैसी सब्जियों की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। टमाटर जो एक सप्ताह पहले तक 20 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रहा था अब इसकी कीमत 80 से 90 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है। आलू और प्याज की कीमतें भी क्रमशः 35-40 रुपए और 70 रुपए प्रति किलो हो गई हैं जो कि पहले काफी कम थीं।

महंगाई के पीछे का कारण 

रेवाड़ी सब्जी मंडी के विक्रेताओं के अनुसार टमाटर की पैदावार मुख्य रूप से महाराष्ट्र से होती है, और मानसून के दौरान सप्लाई में व्यवधान आम बात है। इसी कारण से टमाटर की कीमतें जल्दी कम होने के आसार नहीं हैं। यदि बारिश और अधिक होती है तो सब्जियों की कीमतें और बढ़ सकती हैं जो आम जनता के लिए एक चिंता का विषय है।

सरकार और प्रशासन की भूमिका

इस बढ़ती महंगाई के दौर में सरकार और स्थानीय प्रशासन की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। बाजार में मूल्य स्थिरता बनाए रखने और कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उचित उपाय और नीतियां लागू करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही खुदरा व्यापारियों और थोक विक्रेताओं के बीच समन्वय करने के उपाय भी जरूरी हैं ताकि कीमतों में ज्यादा बढ़ोतरी न हो।

देखें सब्जियों के नए रेट