चंडीगढ़ के स्टूडेंट्स के लिए आई खुशख़बरी, स्कूलों में ली जाएगी AI सिस्टम की मदद

हमारी राजधानी के स्कूलों में शिक्षा की दिशा में एक नई क्रांति की शुरुआत होने जा रही है। टीम केंपस लाइव द्वारा विकसित किए जा रहे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सॉफ्टवेयर के माध्यम से अब स्कूली शिक्षा और भी...
 

हमारी राजधानी के स्कूलों में शिक्षा की दिशा में एक नई क्रांति की शुरुआत होने जा रही है। टीम केंपस लाइव द्वारा विकसित किए जा रहे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सॉफ्टवेयर के माध्यम से अब स्कूली शिक्षा और भी अधिक सशक्त बनाने की योजना है। इस उन्नत तकनीक की मदद से न केवल शिक्षण प्रक्रिया को बेहतर बनाया जा सकेगा।

बल्कि छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों का भी समय रहते पता लगाया जा सकेगा। राजधानी के स्कूलों में AI के आगमन से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। बल्कि छात्रों के समग्र विकास और उनकी मानसिक भलाई में भी बड़ा योगदान रहेगा। इस नवीन पहल का समर्थन करते हुए। हम सभी को आशा है कि आने वाले समय में हमारे छात्र और अधिक सशक्त और स्वस्थ होंगे।

मानसिक स्वास्थ्य की समझ और सहायता

यह अत्याधुनिक AI सॉफ्टवेयर छात्रों के चेहरे के हावभाव पढ़कर उनकी मानसिक स्थिति का आकलन कर सकेगा। चाहे वह खुशी हो, उदासी या किसी तरह की चिंता, सॉफ्टवेयर यह सब समझ सकेगा। इस जानकारी की मदद से समय पर उपयुक्त हस्तक्षेप किया जा सकेगा। जिससे छात्रों के आत्महत्या के विचारों में कमी आने की उम्मीद है।

अंतरराष्ट्रीय सहयोग की ओर अग्रसर

भारत सरकार और दुनिया की प्रमुख तकनीकी कंपनी गूगल के बीच भी इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ है। इस सहयोग का मुख्य उद्देश्य AI और मशीन लर्निंग प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना है। यह समझौता न केवल तकनीकी प्रगति को सुनिश्चित करता है। बल्कि इसके द्वारा देश की विभिन्न जरूरतों को समझने में भी मदद मिलेगी।

शिक्षा और स्वास्थ्य में AI का योगदान

नीति आयोग द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर AI प्रौद्योगिकी विकास के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत राष्ट्रीय डाटा और एनालिटिक्स पोर्टल के साथ मिलकर एक व्यापक नीति तैयार की जा रही है। जिससे AI का उपयोग बड़े पैमाने पर संभव हो सके। इस पहल से शिक्षा, स्वास्थ्य और रक्षा जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण परिवर्तन आने की उम्मीद है।