23 साल के लड़के ने जुगाड़ लगाकर बना दिया देसी इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर, माइलेज सुनकर तो आपको भी होगी हैरानी

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में एक युवक की नवाचारी प्रतिभा ने न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि सोशल मीडिया पर भी लोगों का ध्यान खींचा है।
 

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में एक युवक की नवाचारी प्रतिभा ने न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि सोशल मीडिया पर भी लोगों का ध्यान खींचा है। इस युवक ने अपने देसी जुगाड़ से एक ऐसा इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर तैयार किया है, जो पर्यावरण के अनुकूल भी है और किफायती भी।

अली कुमैल

अली कुमैल जिनकी उम्र महज 23 वर्ष है ने एसी रिपेयरिंग के अपने पेशेवर ज्ञान का उपयोग करते हुए इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर बनाने का अनूठा विचार सोचा। उनकी इस उपलब्धि ने नए और स्थायी विकास के नए द्वार खोले हैं।

ट्रैक्टर निर्माण

कुमैल ने लकड़ी और लोहे का उपयोग कर इस इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को बनाया। ट्रैक्टर को चालू करने के लिए उन्होंने चार चार्जिंग बैटरी का इस्तेमाल किया, जिसमें लिथियम-आयन बैटरी का प्रयोग किया गया। इसकी चार्जिंग क्षमता और दूरी की दक्षता ने इसे एक विशेष पहचान दिलाई है।

नई तकनीक की किफायती लागत

इस इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को बनाने में कुमैल ने अपने व्यक्तिगत खर्च से 50 हजार रुपये का निवेश किया। उनके इस प्रयास से न केवल नवाचार को बढ़ावा मिला है, बल्कि यह दर्शाता है कि कम लागत में भी बड़े परिवर्तन संभव हैं।

किसानों के लिए एक प्रेरणा

बिजनौर के अली कुमैल की यह उपलब्धि किसान समुदाय के लिए एक प्रेरणा है। इससे पहले, महाराष्ट्र के बीड़ में किसान बप्पासाहेब डावकर ने भी एक मिनी ट्रैक्टर बनाया था, जिसे उन्होंने पुरानी मोटरसाइकिल से तैयार किया था। यह दिखाता है कि भारतीय किसान अपनी समस्याओं के समाधान के लिए नवाचारी और सृजनात्मक तरीके अपना रहे हैं।