दुनिया के 27 ऐसे देश जहां लोग नही जानते क्या होती हैं ट्रेन, पीढ़ियां बीत गई पर कभी नही देखी रेल
रेलवे (Railway) को दुनिया में परिवहन (Transportation) का सबसे पुराना और विश्वसनीय माध्यम माना जाता है। इसकी शुरुआत ईसा पूर्व ग्रीस (Greece) में हुई थी, जहां यह खदानों (Mines) में उपयोग होता था। भाप इंजन (Steam Engine) के आगमन के साथ ही कमर्शियल उपयोग के लिए रेलवे की नींव पड़ी।
आज, अमेरिका (America) से लेकर चीन (China) तक, दुनिया भर के देश रेलवे नेटवर्क का व्यापक उपयोग करते हैं। रेलवे की यह यात्रा इतिहास से लेकर आज तक विकास की एक लंबी कहानी कहती है।
इसने न केवल दूरियों को कम किया है बल्कि देशों और संस्कृतियों (Cultures) को भी एक-दूसरे के करीब लाया है। रेलवे नेटवर्क का विस्तार वैश्विक समुदाय (Global Community) को और भी अधिक एकीकृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रेलवे का इतिहास से आधुनिकता तक
रेलवे नेटवर्क का विकास (Development) बड़े पैमाने पर मानव सभ्यता के विकास की कहानी कहता है। व्यापार (Trade) और यात्रा (Travel) के लिए रेलवे ने दूरियों को सिमटा दिया है।
अमेरिका में सबसे बड़े रेल नेटवर्क (Largest Rail Network) का होना और चीन में हाई-स्पीड ट्रेन (High-Speed Train) की सुविधा इसके विकास के उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
जीवनरेखा का एक अहम हिस्सा
भारत में रेलवे (Indian Railway) को देश की लाइफलाइन (Lifeline) कहा जाता है। रोजाना 11,000 ट्रेनों (Trains) का संचालन और करोड़ों यात्रियों (Passengers) का सफर इसकी विशालता और महत्व को दर्शाता है। भारत का रेल नेटवर्क विश्व में चौथे स्थान (Fourth Position) पर है, जो इसकी व्यापकता को बयां करता है।
दुनिया के नक्शे पर कई ऐसे देश हैं जहां अब भी रेलवे नेटवर्क (Rail Network) की कमी है। इनमें भूटान (Bhutan), अंडोरा (Andorra), और ईस्ट तिमूर (East Timor) जैसे देश शामिल हैं।
जिनके पास अपना रेल नेटवर्क नहीं है। हालांकि, भारत भूटान में एक रेल लाइन (Rail Line) का निर्माण कर रहा है, जो इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
रेलवे नेटवर्क का विस्तार
दुनिया भर में रेलवे नेटवर्क का विस्तार (Expansion) और उन्नति अभी भी जारी है। कई देश नई रेल परियोजनाओं (Rail Projects) पर काम कर रहे हैं ताकि यातायात (Transport) को और अधिक सुगम और तेज बनाया जा सके।
रेलवे का भविष्य (Future) न केवल हाई-स्पीड ट्रेनों में है बल्कि उन देशों में रेलवे नेटवर्क के विकास में भी है, जहां अभी तक यह सुविधा नहीं है।