दुनिया के 5 सबसे लंबे रेल रूट जहां दिखता है दिलचस्प नजारा, एक ट्रेन तो दो महासागरों को जोड़ने का करती है काम
रूस न केवल अपने विशाल क्षेत्रफल के लिए जाना जाता है बल्कि यहाँ का ट्रांस-साइबेरियन रेलवे भी दुनिया में सबसे लंबे रेल रूट्स में से एक है। यह रेल मार्ग मॉस्को से व्लॉडीवोस्तोक तक फैला हुआ है और इसकी कुल लंबाई 9,259 किलोमीटर है। इस यात्रा को पूरा करने में सामान्य रूप से सात दिन लगते हैं लेकिन अगर भारत की वंदे भारत ट्रेन इस पर चले तो मात्र 58 घंटे में यात्रा पूरी हो सकती है। इसी तरह चीन की हाई गति वाली मैगलेव ट्रेन के लिए भी यह सफर केवल 20 घंटे का होगा।
कनाडा का रोमांचक सफर
कनाडा का यह रूट न केवल लंबाई में दूसरे स्थान पर है बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य के मामले में भी इसका कोई जोड़ नहीं है। टोरंटो से वैंकूवर तक की इस यात्रा में 4,466 किलोमीटर की दूरी चार दिनों में तय की जाती है। यहाँ की ट्रेन यात्रा में यात्रियों को भव्य पर्वतों, घने जंगलों और खूबसूरत नदी घाटियों के दर्शन होते हैं। अगर इस रूट पर बुलेट ट्रेन चलाई जाए तो यह यात्रा केवल 11 घंटे में पूरी हो सकती है।
शंघाई से ल्हासा
यह रेल मार्ग चीन की आर्थिक राजधानी शंघाई से तिब्बत के ल्हासा तक जाता है और इसकी लंबाई 4,373 किलोमीटर है। इस पर चलने वाली ट्रेन को पूरे रूट को तय करने में लगभग दो दिन लगते हैं। यह रूट भी अपने आप में खास है क्योंकि यात्रियों को चीन के विविध भौगोलिक स्थलों का अनुभव मिलता है।
यह भी पढ़ें; पैन और आधार कार्ड लिंक करवाने वालों को मिली बड़ी राहत, टैक्सपेयर के लिए जारी हुआ नया सर्कुलर
ऑस्ट्रेलिया की लंबी यात्रा
ऑस्ट्रेलिया का यह रेल मार्ग सिडनी से पर्थ तक जाता है और इसकी लंबाई 4,352 किलोमीटर है। इस रूट पर चलने वाली इंडियन पैसिफिक ट्रेन चार दिनों में यात्रा पूरी करती है। इस दौरान यात्री ऑस्ट्रेलिया के मनमोहक प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेते हैं।
भारत का सबसे लंबा रेल मार्ग
असम के डिब्रूगढ़ से शुरू होकर तमिलनाडु के कन्याकुमारी तक जाने वाला यह रूट भारत में सबसे लंबा है और इसकी कुल लंबाई 4,237 किलोमीटर है। इस यात्रा को पूरा करने में विवेक एक्सप्रेस को 72 घंटे लगते हैं। इस रूट पर वंदे भारत की तेज गति से यात्रा मात्र 26 घंटे में पूरी की जा सकती हैन जबकि मैगलेव को यह यात्रा 10 घंटे में पूरी करने की उम्मीद है।