हरियाणा के 7वीं कक्षा के स्टूडेंट ने किया कमाल, RIMC एग्जाम में मिला देशभर में तीसरा स्थान

हरियाणा की युवा पीढ़ी ने न केवल खेल के मैदान में बल्कि शैक्षिक क्षेत्र में भी अपनी मेहनत और प्रतिभा से देश-दुनिया में विशेष पहचान बनाई है।
 

हरियाणा की युवा पीढ़ी ने न केवल खेल के मैदान में बल्कि शैक्षिक क्षेत्र में भी अपनी मेहनत और प्रतिभा से देश-दुनिया में विशेष पहचान बनाई है। इसी कड़ी में, चंडीगढ़ के गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-35 के एक होनहार छात्र माहिर चौधरी ने राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC) की प्रतिष्ठित परीक्षा में देश भर में तीसरा स्थान प्राप्त करके हरियाणा का नाम रोशन किया है।

माहिर का पायलट बनने का सपना

माहिर चौधरी जो कि सिरसा जिले के निवासी हैं और वर्तमान में चंडीगढ़ में रह रहे हैं उन्होंने बचपन से ही भारतीय वायुसेना में पायलट के रूप में अपना करियर बनाने का सपना देखा है। उनके पिता बिजली विभाग में SDO हैं और माता चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में यूआरसी के पद पर कार्यरत हैं। उनकी इस उपलब्धि पर स्कूल के प्रिंसिपल देवेंद्र सिंह गोसाईं सहित समस्त स्कूल परिवार ने खुशी का माहौल और माहिर तथा उनके माता-पिता को बधाई दी।

RIMC परीक्षा का महत्व और आयोजन

RIMC परीक्षा हर छह महीने में आयोजित की जाती है जिसमें पूरे देश से केवल 25 छात्रों का चयन होता है। यह परीक्षा उन छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर मिलता है जो भारतीय सेना में अपना करियर बनाने की इच्छा रखते हैं। देहरादून में स्थित RIMC विद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर अनेक छात्र भारतीय रक्षा सेवाओं में उच्च पदों पर कार्यरत हैं।

स्कूल की भूमिका और प्रेरणा

गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल-35, चंडीगढ़ के प्रिंसिपल देवेंद्र सिंह गोसाईं के अनुसार पिछले छह सालों में उनके स्कूल से हर बार RIMC की परीक्षा में एक या दो छात्र सफलतापूर्वक चयनित होते रहे हैं। यह उपलब्धि अन्य छात्रों को भी प्रेरित करती है और उनमें देशसेवा की भावना को जगाती है।