जाने किस वजह से शराब की दुकान का नाम पड़ा 'ठेका', 90 प्रतिशत लोगों को नही पता ये छोटी सी बात
रोजमर्रा की जिंदगी में आप कई शब्द सुनते हैं, लेकिन एक शब्द है जो शराब से सीधे जुड़ा हुआ है, भले ही उसका बहुत सा अर्थ हो। ठेका शब्द हमारे पास है। आप भी दारू की भट्टी और शराब को सुनते ही सोचा होगा। लेकिन ठेका का कई अर्थ हैं। ठेका लेना भी कॉन्ट्रैक्ट लेना है। लेकिन ठेका से सीधा दारू को ही इमैजिन किया जा सकता है। इसके पीछे एक महत्वपूर्ण कारण है जानते हैं।
ठेके का सही अर्थ है समर्थन या सहयोग। यह समझने के लिए कुछ उदाहरण हैं: शराब की बिक्री, जिसे सरकार का सहयोग या समर्थन कहते हैं; किसी भी निर्माण कार्य में निर्माता का सहयोग करना, जिसे ठेका कहते हैं; और किसी के अस्थायी निवास स्थान को ठेका या ठिकाना भी कहते हैं। तबला या कव्वाली का समर्थन करने वाले ताल को भारतीय शास्त्रीय संगीत में ठेका भी कहा जाता है। और शास्त्रीय संगीत से ही यह शब्द लिया गया है।
इसलिए शराब की दुकान का नाम "ठेका" पड़ा।
दरअसल, सरकार ने नियम बनाया कि हर शराब की दुकान के बोर्ड पर अनुबंध की पूरी जानकारी, उसकी वैधता सहित लिखी जाए। इसलिए, शराब दुकान मालिकों को बोर्ड पर ठेका और संबंधित जानकारी लिखनी होगी, जैसा कहा गया है।
अब कोई अपनी शराब की दुकान को अपने बच्चों, पूर्वजों, देवी-देवताओं या अन्य लोगों के नाम पर नहीं नामित करेगा। क्योंकि समाज में शराब की दुकान चलाना गर्व की बात नहीं है। व्यवसायी अपने नाम को छिपाने की कोशिश करते हैं, इसलिए शराब की दुकानों पर बड़े-बड़े अक्षरों में देसी या अंग्रेजी शराब का ठेका लिखा होता है, साथ ही लाइसेंस नंबर और वैधता भी लिखी होती है।
इसलिए शराब की दुकान का नाम "ठेका" बन गया और लोगों को यह शब्द सुनते ही शराब की दुकान की कल्पना आती है।