एक ऐसा देश जहां बीच रास्ते में गाड़ी का तेल खत्म हुआ तो लगेगा मोटा जुर्माना, जाने इस अजीबोगरीब नियम की सारी जानकारी

आपने बहुत बार सुना होगा कि सड़क पर तेज गाड़ी चलाने और गाड़ी को रोककर वीडियो बनाने के लिए लोगों को दंडित किया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी बीच रास्ते में गाड़ी का इंधन खत्म होने पर सजा सुनाई है?
 

आपने बहुत बार सुना होगा कि सड़क पर तेज गाड़ी चलाने और गाड़ी को रोककर वीडियो बनाने के लिए लोगों को दंडित किया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी बीच रास्ते में गाड़ी का इंधन खत्म होने पर सजा सुनाई है? ठीक है, हमारे देश में आप कितनी भी तेज गाड़ी चलाएं, कोई रोक नहीं है।

लेकिन अगर आपकी गाड़ी का तेल बीच रास्ते में खत्म हो जाता है तो आपको सजा मिल सकती है। यही नहीं, देश में कई और अजीब नियम हैं। आइए जानते हैं ये स्थान कौन है..।

रास्ते में तेल खत्म हुआ तो होती है सजा

सबने जर्मनी का नाम सुना होगा। ये जर्मनी है, जहां हिटलर का तानाशाह हुआ करता था, जो द्वितीय विश्वयुद्ध का कारण बन गया। जबकि जर्मनी द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान पूरी तरह कंगाल हो गया था, आज यह दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में गिना जाता है।

आज जर्मनी पूरी दुनिया में ही इंजीनियरिंग क्षेत्र में सबसे पहला नाम है। जर्मनी में आप हाइवे पर जितनी मर्जी उतनी स्पीड से गाड़ी चला सकते हैं, इसके लिए वहां के ट्राफिक रूल मे किसी भी तरह की सजा का प्रावधान नहीं है।

लेकिन अगर आपकी गाड़ी का फ्यूल बीच रास्ते में खत्म हो जाता है तो यहां इसे अपराध माना जाएगा और इसके लिए आपको सजा हो सकती है या आपको जुर्माना लगाया जा सकता है.

कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें

जर्मनी विश्व में सबसे अधिक चिड़ियाघर है। जर्मनी में विश्व का सबसे ऊंचा चर्च 'उल्म मिंसटर' है। 530 फीट ऊंचा यह चर्च है। यह चर्च इतना बड़ा है कि इसमें करीब दो हजार लोगों को एक साथ बैठने की जगह मिलती है।

भारत और दुनिया के कई अन्य देशों में आम तौर पर किसी को जन्मदिन की बधाई देने के लिए समय से पहले ही विश करते हैं, लेकिन जर्मनी में समय से पहले किसी को जन्मदिन की बधाई देना गलत माना जाता है। इसलिए लोग सिर्फ जन्मदिन वाले दिन ही किसी को बधाई देते हैं।

फोन पर हैलो की जगह अपना नाम बोलते हैं लोग

1663 ईस्वी में जर्मनी ने दुनिया की पहली मैगजीन बनाई। इसके अलावा, दुनिया में सबसे अधिक किताबें छापने वाले देशों की सूची में जर्मनी का नाम भी शामिल है। यहां हर साल 94 हजार से अधिक किताबें छपाई जाती हैं।

एक दिलचस्प बात यह है कि लोग जब किसी को फोन करते हैं या फोन उठाते हैं तो सबसे पहले उन्हें नमस्कार करते हैं। अब आगे की बात करते हैं। लेकिन यहां लोग फोन पर सीधे अपना नाम बताकर बातचीत करते हैं, हैलो नहीं बोलते।