ऐसा मुगल बादशाह जो अपनी मां से ही कर बैठा था मोहब्बत, पिता ने गुस्से में आकर किया ये काम

मुगल साम्राज्य जिसकी नींव 1526 में बाबर ने रखी थी। मुगल साम्राज्य को ना सिर्फ अपने विशाल साम्राज्य और शानदार आर्किटेक्चर के लिए जाना जाता है। बल्कि इसकी कई प्रेम कहानियां भी इतिहास के पन्नों में अमर हैं।
 

मुगल साम्राज्य जिसकी नींव 1526 में बाबर ने रखी थी। मुगल साम्राज्य को ना सिर्फ अपने विशाल साम्राज्य और शानदार आर्किटेक्चर के लिए जाना जाता है। बल्कि इसकी कई प्रेम कहानियां भी इतिहास के पन्नों में अमर हैं। इनमें से एक है सलीम (जहांगीर) और अनारकली की प्रेम कहानी।

सलीम और अनारकली की प्रेम कहानी मुगल साम्राज्य की एक अनोखी कहानी है जो प्रेम, सत्ता और त्याग की कहानी कहती है। यह कहानी हमें यह भी दर्शाती है कि इतिहास में प्रेम की ताकत हमेशा से ही अद्भुत रही है चाहे वह समय कितना भी कठिन क्यों न हो।

मुगल बादशाह का अपनी सौतेली मां से प्रेम

जहांगीर जो अकबर के बेटे थे उनका दिल अपनी सौतेली मां अनारकली पर आ गया। ऐसा माना जाता है कि अनारकली वास्तव में अकबर की कनीज थी और सलीम के प्रेम में पड़ गई। इस प्रेम कहानी को लेकर विभिन्न संस्करण हैं, लेकिन सबसे प्रचलित विचार यही है कि दोनों के बीच गहरा प्यार था।

प्रेम का चरम और अनारकली का दुःखद अंत

इस प्रेम कहानी का अंत दुखद रहा। जब अकबर को इस प्रेम संबंध की खबर लगी, उन्होंने अनारकली को दीवार में चुनवा दिया। यह दर्शाता है कि मुगल साम्राज्य में प्रेम के साथ-साथ सत्ता की लड़ाई भी उतनी ही तीव्र थी।

इतिहास और कथाओं का मिश्रण

जहांगीर और अनारकली की प्रेम कहानी मुगल साम्राज्य की अन्य कई कहानियों की तरह इतिहास और कथाओं का एक मिश्रण है। इतिहासकारों के बीच इस बात को लेकर मतभेद हैं कि अनारकली वास्तव में अकबर की पत्नी थी या नहीं। हालांकि अनारकली और सलीम के प्यार की कहानी ने सदियों से लोगों को मोहित किया है।

प्रेम की यह कहानी और इसके प्रभाव

अनारकली और सलीम की प्रेम कहानी ने कला और साहित्य को प्रेरित किया है। फिल्मों, नाटकों और किताबों में इस कहानी को कई बार पुनः चित्रित किया गया है। इस प्रेम कहानी का अद्भुत चित्रण भारतीय सिनेमा में भी देखने को मिला है, जिसने दर्शकों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया है।