Haryana Weather: ठंडी हवाओ के कारण ये जिला रहा सबसे ज्यादा ठंडा, तापमान पहुंचा 1.6 डिग्री के पास
मौसम विज्ञानी की भविष्यवाणी
डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार वर्तमान में हरियाणा और दिल्ली NCR (Haryana and Delhi NCR weather) के क्षेत्रों में मौसम की चरम स्थितियां बनी हुई हैं. पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाली बर्फीली हवाओं (chilly winds from mountains) की वजह से इन क्षेत्रों का तापमान जमाव बिंदु के बहुत नजदीक पहुँच गया है. ऐसे मौसम में शीत लहर और पाला जमने की स्थिति अधिक गंभीर हो जाती है.
शीत लहर के प्रभाव और भविष्य के अनुमान
आने वाले दिनों में खासकर 15 दिसंबर तक तापमान में और गिरावट (temperature drop forecast) की संभावना है. डॉ. चंद्रमोहन ने यह भी बताया कि 15 दिसंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ (Western disturbance) सक्रिय होने के बाद तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है. परंतु जल्द ही तापमान फिर से गिरने लगेगा.
शीत लहर की स्थिति कैसे बनती है?
जब न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो जाता है, तो शीत लहर की स्थिति (cold wave condition formation) बनती है. यदि यह तापमान 2 डिग्री सेल्सियस या उससे भी कम हो जाए, तो गंभीर शीत लहर की स्थिति मानी जाती है.
क्षेत्रवार तापमान की जानकारी
हरियाणा के विभिन्न जिलों का न्यूनतम और अधिकतम तापमान (minimum and maximum temperatures in Haryana) कुछ इस प्रकार है: अंबाला में न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री और अधिकतम 20.4 डिग्री, हिसार में न्यूनतम 1.6 डिग्री और अधिकतम 21.5 डिग्री, करनाल में न्यूनतम 3.6 डिग्री और अधिकतम 20.8 डिग्री, रोहतक में न्यूनतम 4.4 डिग्री और अधिकतम 19.3 डिग्री और सिरसा में न्यूनतम 4.0 डिग्री और अधिकतम 22.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई है.