AC तो सभी डिब्बों में चलता है है फिर सेकंड AC, थर्ड AC में क्या होता है फर्क, जाने रेल्वे कोच से जुड़ी अनोखी जानकारी

भारतीय रेलवे हर वर्ग के लोगों की सेवा करता है और इसमें जनरल से लेकर स्लीपर और विभिन्न प्रकार के एसी कोच उपलब्ध होते हैं। यात्री अपनी सुविधा और बजट के अनुसार यात्रा के विभिन्न विकल्पों का चयन कर सकते हैं।
 

भारतीय रेलवे हर वर्ग के लोगों की सेवा करता है और इसमें जनरल से लेकर स्लीपर और विभिन्न प्रकार के एसी कोच उपलब्ध होते हैं। यात्री अपनी सुविधा और बजट के अनुसार यात्रा के विभिन्न विकल्पों का चयन कर सकते हैं। जैसे-जैसे आप सेवाओं में अधिक सुविधा और आराम का चयन करते हैं।

किराया भी उतना ही अधिक होता है। यह यात्री के बजट और आराम की आवश्यकताओं पर निर्भर करता है कि वह किस प्रकार के कोच का चयन करते हैं। भारतीय रेलवे द्वारा दी जाने वाली विभिन्न श्रेणियाँ यात्रियों को उनकी विशेष जरूरतों के अनुसार यात्रा का चयन करने की सुविधा देती हैं।

ये भी पढ़िए :- सलमान की इन 5 फिल्मों ने सलमान को बना दिया था सुपरस्टार, रातोंरात ही बॉलीवुड का बना दिया दबंग खान

थर्ड एसी और सेकेंड एसी में मुख्य अंतर

थर्ड एसी और सेकेंड एसी दोनों ही एसी कोच हैं लेकिन इनमें कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते हैं जो इनके किराए में विभिन्नता का कारण बनते हैं। सेकेंड एसी में आमतौर पर यात्रियों के लिए ज्यादा जगह और सुविधाएं होती हैं।

सेकेंड एसी की सीटिंग और स्लीपिंग व्यवस्था थर्ड एसी की तुलना में अधिक आरामदायक होती है। सेकेंड एसी में प्रत्येक कूपे में आमने-सामने दो-दो सीटें होती हैं। जबकि थर्ड एसी में तीन-तीन सीटें होती हैं।

किराया और आराम का प्रभाव

सेकेंड एसी में यात्रियों को दी जाने वाली अतिरिक्त सुविधाएं जैसे कि बेहतर गोपनीयता, अधिक स्थान और कम भीड़ इसके उच्च किराए का मुख्य कारण हैं। इसके अलावा सेकेंड एसी में यात्रियों को बेहतर खानपान और स्वच्छता की सुविधाएं भी मिलती हैं।

ये भी पढ़िए :- गांव के लोगों ने टूर्नामेंट में IPL वाली फीलिंग लेने के लिए बुलाई देसी चीयर गर्ल, कम बजट वाला IPL देख आपकी भी नही रुकेगी हंसी

थर्ड एसी की विशेषताएं

वहीं थर्ड एसी अधिक बजट-अनुकूल होता है और यह उन यात्रियों के लिए उपयुक्त विकल्प है जिन्हें एसी की सुविधा चाहिए लेकिन वे अधिक किराया नहीं दे सकते। इस कोच में स्लीपर क्लास की तरह सीटों की व्यवस्था होती है लेकिन सभी सीटें एसी के अंतर्गत आती हैं।