आखिर किस कारण छोटे बच्चों के कान पर नही करना चाहिए किस, जाने क्या हो सकती है दिक्क्त

बच्चों के प्रति प्यार व्यक्त करना स्वाभाविक है। परंतु कई बार यह प्यार उनके लिए नुकसानदायक भी सिद्ध हो सकता है। विशेषकर बच्चों के कान पर किस करना, जिसे अक्सर हल्के में लिया जाता है।
 

बच्चों के प्रति प्यार व्यक्त करना स्वाभाविक है। परंतु कई बार यह प्यार उनके लिए नुकसानदायक भी सिद्ध हो सकता है। विशेषकर बच्चों के कान पर किस करना, जिसे अक्सर हल्के में लिया जाता है। वास्तव में उनकी सुनने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है। यह कॉक्लियर ईयर-किस इंजरी के रूप में जाना जाता है।

इससे बच्चे को स्थायी नुकसान पहुंच सकता है। बच्चों को प्यार दिखाने के अनेक सुरक्षित तरीके हैं जो उनकी भलाई को ध्यान में रखते हैं। बच्चों को किस करने से पहले उसके संभावित प्रभावों के बारे में सोचना महत्वपूर्ण है और जब भी संभव हो, उन्हें इस प्रकार के संपर्क से बचाना चाहिए।

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फायदेमंद नहीं, खतरनाक है कान पर किस

जब बच्चे के कान पर किस किया जाता है, तो इससे उसके कान में उच्च दबाव पैदा होता है जो न केवल असुविधाजनक है बल्कि खतरनाक भी हो सकता है। इससे बच्चे के कान में अस्थायी या स्थायी बहरापन आ सकता है।

बच्चों की त्वचा पर किस करने के परिणाम

बच्चों की त्वचा बेहद संवेदनशील होती है और किसी भी तरह के अनुचित स्पर्श से त्वचा पर रैशेज या अन्य प्रकार की एलर्जिक प्रतिक्रियाएँ हो सकती हैं। इसके अलावा बच्चों को किस करने से उनमें विभिन्न प्रकार के संक्रमण फैल सकते हैं, जैसे कि फ्लू और अन्य श्वास संबंधी बीमारियां।

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संक्रमण का खतरा और सावधानी

जब बच्चे के होठों या गालों पर किस किया जाता है, तो संक्रमण के प्रसार की संभावना बढ़ जाती है। बच्चों की अपरिपक्व प्रतिरक्षा प्रणाली उन्हें विभिन्न रोगों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाती है। इसलिए बच्चों को किस करते समय उचित स्वच्छता और संक्रमण से बचाव के उपायों का पालन करना चाहिए।