इस साग को खाने के बाद सर्दियों के मौसम में भी लगेगी गर्मी, लहसुन की कलियों और मूली के पत्तों को न समझे वेस्टिंग

सर्दियों को साग का मौसम कहते हैं। इस मौसम में आप बहुत कुछ खा सकते हैं, लेकिन हर घर साग बनाता है। इस मौसम में सबसे अधिक लोग पालक के साग और सरसों को खाते हैं। इस साग को बनाने का हर व्यक्ति अपना अलग तरीका है।
 

सर्दियों को साग का मौसम कहते हैं। इस मौसम में आप बहुत कुछ खा सकते हैं, लेकिन हर घर साग बनाता है। इस मौसम में सबसे अधिक लोग पालक के साग और सरसों को खाते हैं। इस साग को बनाने का हर व्यक्ति अपना अलग तरीका है।

लेकिन आज हम सर्दी में खाने वाले साग की बात करेंगे। तो लहसुन की कलियों और मूली के पत्तों से इस साग बनाया जाता है। ये साग फेफड़ों और हड्डियों के लिए भी अच्छे हैं। तो अब मूली के पत्तों को फेंकने के बजाय साग बनाने के लिए इस्तेमाल करें।

मूली के पत्तों और लहसुन की कलियों का साग कैसे बनाएं

इन दो चीजों का इस्तेमाल करके आप मूली के पत्तों और लहसुन की कलियों का साग बना सकते हैं। आपको बस लहसुन की कलियों को पीस कर रखना है। अब मूली के पत्तों को उबालकर रखें और फिर इसे पीस लें। अब गैस पर एक कड़ाही डालें और सरसों का तेल डालें।

फिर इसमें काली सरसों के बीजों और दो लाल मिर्च डालें। अब लहसुन की कलियों को पीस लें। फिर साग को ऊपर से घी से ढक कर अच्छी तरह से पका लें। ऊपर से घी और मैश करके पकाते रहें। 

हल्का-हल्का बेसन इस पर डालें और फिर पकाएं। अब प्याज को बारीक कटा हुआ डालें, साथ ही थोड़ा सा टमाटर काटकर डालें। आधा चम्मच घी डालकर पकाएं। साग को पूरी तरह से पककर मैश होने तक पकाएं। जब साग पूरी तरह से पका हुआ हो जाएगा और टेस्टी दिखाई देगा, तो गैस बंद कर दें।

अब से मूली के पत्तों को तोड़कर नहीं फेंकना चाहिए। आप इसे इस तरह से लहसुन के साथ मिलाकर ये साग बनाएं। आप इस साग में गर्म लहसुन की पत्तियों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जो कई प्रकार से सेहत के लिए अच्छी हैं।