शादी के बाद महिलाओं के इस अंग से पता चल जाएगा उनका चरित्र, कुंवारे लड़कों की हो जाएगी बल्ले-बल्ले
भारतीय इतिहास में आचार्य चाणक्य का नाम बहुत सम्मान के साथ लिया जाता है। वे न केवल एक कुशल रणनीतिकार थे बल्कि एक खास अर्थशास्त्री भी थे। उनकी नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं और उन्हें जीवन के विभिन्न पहलुओं में लागू किया जा सकता है।
भारतीय इतिहास में आचार्य चाणक्य का नाम बहुत सम्मान के साथ लिया जाता है। वे न केवल एक कुशल रणनीतिकार थे बल्कि एक खास अर्थशास्त्री भी थे। उनकी नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं और उन्हें जीवन के विभिन्न पहलुओं में लागू किया जा सकता है।
चाणक्य नीति
चाणक्य ने स्त्री स्वभाव के बारे में कुछ विशेष चिह्नों का उल्लेख किया है जो उनकी आदतों और स्वभाव के बारे में बताते हैं। ये चिह्न विभिन्न शारीरिक लक्षणों पर आधारित हैं और पुराने समय में व्यक्तित्व की पहचान के लिए उपयोग किए जाते थे।
हथेली पर निशान
आचार्य चाणक्य के अनुसार जिन स्त्रियों की हथेली पर मांसभक्षी पशु या पक्षी की आकृति होती है वे अक्सर दूसरों के लिए परेशानी का कारण बनती हैं। ऐसी स्त्रियों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
शारीरिक विशेषताएं और स्वभाव
चाणक्य ने बताया कि जिन स्त्रियों के दांत बड़े और मोटे होते हैं उनका जीवन अक्सर कठिनाइयों से भरा होता है। इसके अलावा जिनकी गर्दन छोटी होती है वे अक्सर दूसरों पर निर्भर रहती हैं और स्वयं के फैसले नहीं ले पातीं।
स्वभाव और समाजिक असर
जिन स्त्रियों की गर्दन लंबी होती है उन्हें वंश के विनाश का कारण माना जाता है। वहीं गालों पर डिंपल वाली स्त्रियों को चाणक्य ने आकर्षण का केंद्र बताया है।
आंखों का रंग और स्वभाव
चाणक्य के अनुसार जिन स्त्रियों की आंखें पीली होती हैं वे अक्सर डरी रहती हैं और उनका स्वभाव अक्सर नकारात्मक होता है। इसके विपरीत चंचल आंखें रखने वाली स्त्रियां समृद्धि लाने वाली मानी जाती हैं और उनका स्वभाव सकारात्मक होता है।