पत्नी के गुजरने के बाद अपनी सास से ही दिल लगा बैठा दामाद, अचानक से घर आए ससुर ने दोनों को देख लिया इस हालत में

परिवार में मां और बेटी का रिश्ता सबसे मजबूत माना जाता है लेकिन जीवन कई बार मोड़ ले लेता है।
 

परिवार में मां और बेटी का रिश्ता सबसे मजबूत माना जाता है लेकिन जीवन कई बार मोड़ ले लेता है। आज हम बांका जिले से एक ऐसी घटना की चर्चा करेंगे जो न सिर्फ छोटी है बल्कि यह भी दर्शाता है कि मानवीय भावनाएँ किसी भी सीमा को पार कर सकती हैं।

घटना की जानकारी 

बिहार के बांका जिले में हिरमोती गांव के निवासी 55 वर्षीय दिलेश्वर धर्वे की पत्नी 45 वर्षीय गीता देवी को उनके दामाद सिकंदर यादव से प्रेम हो गया। यह घटना तब घटी जब सिकंदर की पत्नी का देहांत हो चुका था। इस प्रेम कहानी ने सभी पारंपरिक नाते-रिश्तों को चुनौती दी।

समाज का निर्णय

जब गांववालों ने दोनों को साथ में पाया तो पहले तो बवाल हुआ पर बाद में ग्रामीणों ने फैसला किया कि दोनों की शादी करवा दी जाए। इस तरह एक अनोखी शादी की रस्में गांव में ही संपन्न हुईं।

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कोर्ट में शादी

ग्रामीणों की सहमति और असहमति के बीच सास और दामाद ने कोर्ट में जाकर विवाह कर लिया। न्यायालय से बाहर आते समय उन्हें देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। यह घटना समाज के लिए एक चर्चा का विषय बन गई।

समाज की प्रतिक्रिया

इस तरह की घटनाएँ न केवल पारिवारिक संबंधों को नई दिशा देती हैं बल्कि समाज के पारंपरिक नजरिये को भी चुनौती देती हैं। गीता और सिकंदर की शादी ने समाज में बड़ी बहस पैदा हो गई है जिसमें प्यार, संबंधों और समाजिक मान्यताओं की परिभाषाएँ फिर से लिखी जा रही हैं।