गर्मियों का मौसम आते ही आपकी गाड़ी भी घटा देती है माइलेज, इन तरीकों की मदद से कम हो जायेगा पेट्रोल का खर्चा

गर्मियों का मौसम आते ही कई शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है जिसके चलते सड़कों पर चलने वाली गाड़ियों को न केवल ट्रैफिक की समस्या से जूझना पड़ता है बल्कि तेज़ गर्मी का सामना भी करना पड़ता है।
 

गर्मियों का मौसम आते ही कई शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है, जिसके चलते सड़कों पर चलने वाली गाड़ियों को न केवल ट्रैफिक की समस्या से जूझना पड़ता है बल्कि तेज़ गर्मी का सामना भी करना पड़ता है। इस मौसम में एयर कंडीशनर (एसी) का इस्तेमाल बढ़ जाता है जिससे कार की माइलेज में कमी आने लगती है।

क्यों कम हो जाती है माइलेज?

गर्मी के मौसम में एसी चलाने की आवश्यकता बढ़ जाती है। कार का एयर कंडीशनिंग सिस्टम इंजन से जुड़ा होता है और इसे चलाने के लिए इंजन से अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इससे इंजन पर अधिक भार पड़ता है जो फ्यूल की खपत को बढ़ा देता है और माइलेज कम हो जाती है। गर्मी के कारण इंजन को अधिक मात्रा में फ्यूल जलाना पड़ता है ताकि वह सामान्य तापमान पर कार्य कर सके।

माइलेज कम होने की प्रमुख वजहें

एसी का उपयोग: लगातार एसी चलाने से कार का इंजन ज्यादा मेहनत करता है।
गर्म वातावरण: गर्मी के कारण इंजन को ठंडा रखने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
बार-बार ब्रेक लगाना: गर्मियों में ट्रैफिक अधिक होता है जिससे बार-बार ब्रेक लगानी पड़ती है और फ्यूल की खपत बढ़ जाती है।

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माइलेज कैसे बढ़ाएं?

एसी के उपयोग को कम करने के लिए कुछ उपाय हैं जिन्हें अपनाकर आप गर्मियों में भी अच्छी माइलेज प्राप्त कर सकते हैं:

केबिन को ठंडा रखें: गाड़ी को छायादार जगह पर पार्क करें। इससे केबिन ज्यादा गर्म नहीं होगा और एसी को कम चलाने की जरूरत पड़ेगी।
एयर रिसर्कुलेशन का इस्तेमाल करें: एक बार केबिन ठंडा हो जाने के बाद एयर रिसर्कुलेशन मोड ऑन करें जिससे ठंडी हवा बाहर न जाए और इंजन पर लोड कम हो।
रखरखाव पर ध्यान दें: गर्मियों में कार के रेडियेटर को साफ रखें और नियमित रूप से सर्विस कराएं ताकि इंजन अधिक कुशलता से काम कर सके।