बादशाह की बहन से चोरी छिपे मिलने हरम में पहुंचा था आशिक़, बादशाह ने किया ऐसा काम की कांप उठेगी आपकी रूह

मुगल इतिहास जिसमें युद्ध, षड्यंत्र, और शाही विवादों की कहानियां समृद्ध हैं वहीं परिवार के भीतरी जीवन में भी कुछ ऐसे पहलू हैं जो इसके वैभवशाली इतिहास के दूसरे पक्ष को उजागर करते हैं। ऐसा ही एक पक्ष है मुगल शासक औरंगजेब की दो बहनों, जहांआरा बेगम और रोशनआरा बेगम के बीच की दुश्मनी का जिसका मूल कारण था मुगल सल्तनत की गद्दी।

 

मुगल इतिहास जिसमें युद्ध, षड्यंत्र और शाही विवादों की कहानियां सम्पन हैं वहीं परिवार के भीतरी जीवन में भी कुछ ऐसे पहलू हैं जो इसके वैभवशाली इतिहास के दूसरे पक्ष को उजागर करते हैं। ऐसा ही एक पक्ष है मुगल शासक औरंगजेब की दो बहनों, जहांआरा बेगम और रोशनआरा बेगम के बीच की दुश्मनी का जिसका मूल कारण था मुगल सल्तनत की गद्दी।

पिता और भाई के प्रति विशेष स्नेह

जहांआरा और रोशनआरा, दोनों ही शाहजहां की पुत्रियां थीं, लेकिन शाहजहां का अपने बड़े बेटे दारा शिकोह और बड़ी बेटी जहांआरा बेगम के प्रति विशेष लगाव था। इसी वजह से औरंगजेब इन दोनों को नापसंद करता था, जिससे शाही परिवार में अंतर्कलह और भी गहरा हो गया।

राजसी संघर्ष और बहनों की भूमिका

जब औरंगजेब और दारा शिकोह के बीच मुगल सल्तनत की गद्दी के लिए संघर्ष शुरू हुआ तो जहांआरा ने दारा शिकोह का साथ दिया वहीं रोशनआरा ने औरंगजेब का। रोशनआरा की औरंगजेब को समर्थन देने की योजना ने उन्हें मुगल सल्तनत में एक शक्तिशाली स्थान दिलवाया।

पावर और साज़िश

रोशनआरा बेगम की साज़िशों और उनकी खूबसूरती ने उन्हें मुगल दरबार में एक खास पहचान दिलाई। उनकी चालाकी और राजनीतिक दक्षता ने उन्हें औरंगजेब के राज में एक प्रभावशाली व्यक्तित्व बना दिया।

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हरम का रहस्यमयी व्यक्ति

हरम, जो राजमहल का एक अत्यंत निजी और सुरक्षित हिस्सा था, में एक युवक का छिपना और फिर उसके भाग्य का अज्ञात रहना मुगल इतिहास में एक रोचक और रहस्यमय घटना है।