Smartphone Tips: मोबाइल को 100 प्रतिशत चार्ज करने के है नुकसान, सच्चाई जानकर तो आप भी रह जाएंगे हैरान

आधुनिक युग में मोबाइल फोन हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुके हैं. इसके उपयोग से हमारी रोजमर्रा की गतिविधियां आसान हो गई हैं
 

Charge Your-Mobile-Up To100 Percent: आधुनिक युग में मोबाइल फोन हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुके हैं. इसके उपयोग से हमारी रोजमर्रा की गतिविधियां आसान हो गई हैं लेकिन मोबाइल की बैटरी को लेकर कुछ कमी भी हैं. कई लोग अपने मोबाइल को चार्जिंग पर लगा कर भूल जाते हैं या 100% चार्ज होने का इंतजार करते हैं. यह आदत न केवल बैटरी की लंबाई को कम करती है बल्कि इससे बैटरी के प्रदर्शन पर भी बुरा असर पड़ता है. इसलिए, मोबाइल को कभी भी 100% चार्ज नहीं करना चाहिए (smartphone battery life).

बैटरी प्रौद्योगिकी का विकास और उसके असर

मोबाइल फोन में प्रयुक्त होने वाली बैटरीज़ अलग अलग प्रकार की होती हैं. पुराने दिनों में निकेल आधारित बैटरीज़ का इस्तेमाल होता था जिन्हें बार-बार चार्ज करना पड़ता था. लेकिन आधुनिक समय में लिथियम-आयन बैटरीज़ का चलन है जो कि अधिक क्षमता और लंबी चालू अवधि मिलती हैं. ये बैटरीज़ न केवल तेजी से चार्ज होती हैं बल्कि इन्हें अधिक बार चार्ज करने की जरूरत नहीं होती है. हालांकि इन बैटरीज़ को बार-बार और अधिकतम सीमा तक चार्ज करने से इनकी क्षमता और जीवनकाल में कमी आ सकती है.

चार्जिंग आदतों का बैटरी पर असर

बैटरी को बार-बार और पूरी तरह से चार्ज करने की आदत से इसकी दक्षता और सेवा जीवनकाल पर विपरीत असर पड़ सकता है. बैटरी को 50% से 80% के बीच चार्ज रखना इसकी पॉवर को बढ़ाता है. इसे ओवरचार्ज (overcharge) करने से बचने के लिए आधुनिक स्मार्टफोन में चार्जिंग लिमिट सेटिंग्स (charging limit settings) भी दी गई हैं, जो कि बैटरी की जीवन अवधि को बढ़ाने में सहायक होती हैं.