Ayodhya Property Rate: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की खबर आते ही चार गुना बढ़े प्रॉपर्टी के दाम, शहरों से ज्यादा आया कीमतों में उछाल

अयोध्या, राम नगरी, इन दिनों अपने राजा के स्वागत की भव्य तैयारियों में जुटी हुई है। इस बड़े कार्यक्रम के लिए लगातार निर्माण और परिवर्तन हो रहे हैं। भारतीय राजनीति और उद्योग जगत के कई दिग्गज राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में भाग लेंगे।
 

अयोध्या, राम नगरी, इन दिनों अपने राजा के स्वागत की भव्य तैयारियों में जुटी हुई है। इस बड़े कार्यक्रम के लिए लगातार निर्माण और परिवर्तन हो रहे हैं। भारतीय राजनीति और उद्योग जगत के कई दिग्गज राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में भाग लेंगे। इसका एक आर्थिक पक्ष यह है कि अयोध्या का रियलिटी मार्केट अब तेजी से विकसित हो रहा है।

अयोध्या में जमीन और संपत्ति की कीमतें उत्तर प्रदेश के अन्य बड़े शहरों की तुलना में चार गुना हो गई हैं और वे तेजी से बढ़ रहे हैं। ये स्थानीय जमीन खरीदारों और तेजी से निवेशकों को भी आकर्षित कर रहे हैं। उद्योग विश्लेषकों का कहना है कि राम मंदिर और अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट जैसे बड़े निर्माणों से कीमतें बढ़ती रहेंगी। 2019 के महत्वपूर्ण निर्णय के बाद कीमतों में उछाल हुआ, जो अभी भी जारी है।

लंबी कानूनी लड़ाई के बाद, अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में शीर्ष अदालत का फैसला आते ही शहर के रियल एस्टेट बाजार में डिमांस की कीमतें भारी हो गईं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संपत्ति की कीमतें तेजी से बढ़ीं, फैसले के तुरंत बाद 25 से 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ।

ANAROCK की एक अध्ययन से पता चलता है कि राम मंदिर के आसपास और बाहर अयोध्या में जमीन की कीमतें बहुत बढ़ गई हैं। उदाहरण के लिए, 2019 में फैजाबाद रोड क्षेत्र में किराया ₹400-700 प्रति वर्ग फुट था।

जो अक्टूबर 2023 तक ₹1,500-3,000 प्रति वर्ग फुट हो गया। यही कारण है कि 2019 में प्रति वर्ग फुट 1,000-2,000 रुपये की औसत जमीन की कीमत 2019 में ₹4,000-6,000 रुपये हो गई है। ये उछाल बहुत आश्चर्यजनक है।

बड़े निवेशकों और होटल चेन की दृष्टि

मुंबई के रियल एस्टेट मॉर्केट में खरीदारों और निवेशकों की लगातार बढ़ती रुचि और विश्वास को ये उछाल दर्शाता है। शहर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व ने इसके आकर्षक निवेश अवसरों को बढ़ा दिया है।

इस ट्रेंड का फायदा बड़े निवेशक और होटल चेन उठा रहे हैं। अभिनंदन लोढ़ा हाउस ने 25 एकड़ का रेजिडेंशियल प्लॉटेड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट जनवरी में अयोध्या में शुरू करने का लक्ष्य रखा है। ये परियोजना नए राम मंदिर से सिर्फ पंद्रह मिनट की दूरी पर है।

ताज और रेडिसन भी इस इलाके में संपत्ति खरीदने की योजना बना रहे हैं। इसका उद्देश्य आने वाले महीनों में देशी और विदेशी पर्यटकों की संभावित आमद को पूरा करना है। शहरों में इंफ्रस्ट्रक्चर सुधार और शहरी विकास परियोजनाएं देखने को मिल रही हैं।

जिससे इसकी अपील एक संपन्न केंद्र के रूप में रेजिडेंशियल और कमर्शियल दोनों के लिए बढ़ी है। रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अयोध्या में लंबे समय तक संभावनाएं खोजने वाले निवेशकों और हितधारकों को अच्छे मौके मिलेंगे।